बिहार सरकार ने ताबड़तोड़ पुलिसकर्मियों के लिए दो सौंगातें दी हैं। पहला, सरकार बंपर बहाली लेकर आई है। वहीं अब महिला पुलिसकर्मियों के लिए सौगात यह है कि उनके बच्चों की देखभाल अब ‘नन्हे सितारे’ में होगी। इससे उन्हें अब बिना टेंशन और हाथों में बच्चे को लेकर ड्यूटी करने से मुक्ति मिल जाएगी।
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जानकारी के अनुसार, सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए करीब 1400 पदों पर बहाली करने जा रही है। प्रदेश के प्रमुख सरकारी अस्पतालों के परिसर में ही अग्निशमन केंद्र यानी फायर ब्रिगेड सेंटर स्थापित किए जाएंगे, ताकि अगलगी या इमरजेंसी की घटना होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
पहले चरण में राजधानी के चार सरकारी अस्पतालों का चयन अग्निशमन केंद्र के लिए किया गया है। इसके बाद इसका विस्तार दूसरे सरकारी अस्पतालों के साथ बड़े निजी अस्पतालों में भी किया जाएगा. गृह विभाग ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है।
वहीं, महिला पुलिस कर्मियों की बढ़ती संख्या और कर्तव्य के दौरान उन्हें बच्चों की चिंता न सताए इसके लिए बिहार पुलिस ने बड़ी पहल की है। विशेष सशस्त्र पुलिस की महिला कर्मियों के नन्हे बच्चों की देखभाल के लिए बीएसएपी-5 के परिसर में शिशु गृह का निर्माण किया गया है।
‘नन्हे सितारे’ के नाम से बनाए गए शिशु गृह का डीजीपी एसके संघल ने उद्घाटन करते कहा, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के मागदर्शन में इस शिशु गृह का संचालन होगा। सशस्त्र पुलिस की महिला कर्मी अपने छोटे बच्चों को यहां रखकर कर्तव्य पर जा सकती हैं। उनके बच्चों की देखभाल के लिए चार महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है जो अलग-अलग शिफ्ट में वहां तैनात रहेंगी।
बताया जा रहा है कि पटना के न्यू गार्डिनर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस), पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल और दानापुर अनुमंडल अस्पताल में सबसे पहले अग्निशमन केंद्र खोले जाएंगे।
बीते दिनों में देश भर के कई अस्पतालों में अगलगी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में ऐहतियात के तौर पर राज्य के बड़े अस्पतालों में यह सुविधा शुरू करने की तैयारी है। अस्पताल जैसे अतिसंवेदनशील जगहों पर अगलगी की घटनाएं होने पर तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए ही यह पहल की जा रही है। जैसे-जैसे अस्पतालों से कार्यालय के लिए जगह चिह्नित होती जाएगी, इसकी संख्या बढ़ती रहेगी।
इसको लेकर गृह विभाग की पुलिस पदाधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक हो चुकी है। भवन या जगह की व्यवस्था अस्पताल की ओर से कराई जाएगी। इसके अलावा अग्निशमन कार्य से संबंधित उपकरण की आपूर्ति बिहार अग्निशमन कार्यालय के द्वारा की जाएगी।