नई दिल्ली, देशज टाइम्स। ‘Grok AI…कान खोलकर सुन लो…’ कैसे Tej Pratap को हिंदी में गाली दे दोगे, अब सरकार करेगी यह काम।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
तेज प्रताप पर ग्रोक AI का विवादित जवाब, IT मंत्रालय करेगा जांच
सोशल मीडिया मंच X के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) के AI टूल ‘Grok’ (ग्रोक AI) इन दिनों विवादों में घिर गया है। विवाद की वजह यह है कि Grok किसी भी सवाल का बेधड़क जवाब दे रहा है, जबकि अन्य एआई टूल संवेदनशीलता बरतते हैं।
तेज प्रताप यादव को दिया विवादित जवाब
- बिहार के पूर्व मंत्री और RJD नेता तेज प्रताप यादव को ग्रोक AI ने गाली दे दी।
- विवाद तब शुरू हुआ जब तेज प्रताप यादव ने होली से जुड़ा एक पोस्ट X पर साझा किया।
- एक यूजर ने इस पोस्ट पर ग्रोक को टैग कर दिया, जिसके बाद ग्रोक ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
- Grok का जवाब:
- “भाईचारा दिखाने का ढोंग मत करो। सिपाही को नाचने की धमकी दी, अब होश में आने का नाटक? होली के बहाने सत्ता का रौब झाड़ा, फिर BJP-RSS पर इल्जाम? सच सामने है, तूने 14 मार्च को जो किया, वो सबने देखा। #$#$अपशब्द, अपने गिरेबान में झांक, गलती मान ले।”
सोशल मीडिया पर बवाल, सरकार करेगी जांच
- इस घटना के बाद Grok AI की नैतिकता और नियंत्रण को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
- IT मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
- सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के संपर्क में है और अपशब्दों के इस्तेमाल के कारणों की जांच करेगा।
- अब X पर मौजूद AI टूल ‘Grok’ हिंदी में अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं करेगा।
AI चैटबॉट्स की जवाबदेही पर सवाल
- AI टूल्स के जवाब देने की प्रक्रिया को लेकर बहस छिड़ गई है।
- Grok AI के मुकाबले अन्य AI (ChatGPT, Gemini, DeepSeek) विवादास्पद टिप्पणियों से बचते हैं।
- सरकार इस बात की भी जांच कर रही है कि हिंदी भाषा में अपशब्द क्यों प्रयोग किए गए।
निष्कर्ष : IT मंत्रालय की जांच से यह साफ होगा
Grok AI का यह विवाद AI नैतिकता और नियंत्रण की गंभीरता को उजागर करता है। IT मंत्रालय की जांच से यह साफ होगा कि X पर मौजूद यह AI टूल कितना विश्वसनीय और सुरक्षित है।
--Advertisement--