Hajipur News: शिक्षा विभाग में जब शिक्षक और प्रधानाध्यापक के बीच का विवाद सड़कों पर आ जाता है, तो यह सीधे तौर पर छात्र-छात्राओं के भविष्य पर ग्रहण लगाता है। ऐसा ही मामला चकमसूद स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखने को मिला, जहां गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) रविन्द्र कुमार स्वयं मामले की तह तक जाने के लिए पहुंचे।
डीईओ ने स्कूल पहुंचकर की जांच
डीईओ रविन्द्र कुमार ने चकमसूद स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का दौरा किया। उनका यह दौरा प्रधानाध्यापक (एचएम) और एक शिक्षक के बीच चल रहे लंबे विवाद के संबंध में था। इस विवाद के कारण विद्यालय का शैक्षणिक माहौल प्रभावित हो रहा था, जिसे देखते हुए डीईओ ने स्वयं हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने विद्यालय पहुंचकर दोनों पक्षों को सुना और आवश्यक साक्ष्य जुटाए। इस जांच के दौरान उन्होंने पाया कि दोनों के बीच का विवाद विद्यालय के संचालन और छात्रों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर डाल रहा है।
पारदर्शी जांच के निर्देश
डीईओ ने इस पूरे मामले की गंभीरता को समझते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में शिक्षकों का आपसी विवाद छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं कर सकता। इस विवाद के निपटारे के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि विद्यालय में पुनः पठन-पाठन का सुचारू वातावरण स्थापित हो सके। यह मामला शिक्षकों के बीच के अहम के टकराव और व्यक्तिगत मतभेदों की ओर इशारा करता है, जिसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा था। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
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आगे की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल, डीईओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उम्मीद है कि इस हस्तक्षेप से विद्यालय में शिक्षकों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित होंगे और छात्र-छात्राएं बिना किसी बाधा के अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे। यह घटना शिक्षकों के लिए एक सबक है कि उन्हें अपने व्यक्तिगत मतभेदों को विद्यालय परिसर से बाहर रखना चाहिए और छात्रों के हितों को सर्वोपरि रखना चाहिए।




