पटना। प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर (फैसल खान) ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा भेजे गए माफी मांगने के नोटिस पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और माफी नहीं मांगेंगे।
नोटिस का कारण
बीपीएससी ने खान सर और गुरु रहमान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने छात्रों को परीक्षा रद्द करने और पुनः परीक्षा कराने के लिए उकसाया। आयोग ने इन शिक्षकों से 15 दिनों के अंदर सार्वजनिक माफी मांगने की बात कही थी और ऐसा न करने पर आपराधिक मामला दर्ज करने की चेतावनी दी है।
खान सर का जवाब
खान सर ने कहा:
- “मैं माफी नहीं मांगूंगा।”
- उन्होंने बीपीएससी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आयोग ने खुद अपनी साख को कमजोर किया है।
- नॉर्मालाइजेशन प्रक्रिया को लेकर आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठाए और सचिव के नार्को टेस्ट की मांग की।
- उनका कहना है कि छात्रों के हितों के लिए आवाज उठाना उनका कर्तव्य है, और वह इसे जारी रखेंगे।
छात्रों के समर्थन में
खान सर ने छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि बिहार में जो हो रहा है, उसे पूरा देश देख रहा है। आयोग को पहले अपनी कार्यशैली पर ध्यान देना चाहिए।
बीपीएससी की छवि पर सवाल
खान सर का कहना है कि आयोग की नीतियों और पारदर्शिता की कमी ने उसकी छवि को नुकसान पहुंचाया है।
- उन्होंने कहा कि छात्रों की परीक्षा प्रक्रिया में न्याय की मांग जायज है।
- बीपीएससी सचिव को मीडिया के सामने जवाब देना चाहिए।
निष्कर्ष
खान सर का बयान और बीपीएससी के नोटिस के बीच यह मामला तेजी से चर्चा का विषय बनता जा रहा है।
- शिक्षक और आयोग के बीच इस विवाद ने परीक्षा प्रक्रिया और प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- छात्रों और शिक्षकों के बीच बढ़ते समर्थन ने इस मुद्दे को और गर्मा दिया है।
आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं। क्या बीपीएससी अपने आरोपों को लेकर सख्त कदम उठाएगा, या यह मामला और तूल पकड़ेगा?