बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एकबार फिर ब्राह्मणों को ललकारा हैै। इससे ठंड के इस मौसम में गरमाई बिहार की राजनीति अलाव की तरह तपने लगी है। इधर, मांझी ने सफाई देते फिर ब्राहणों को उकसा दिया है।
जय बाबा केदार..!
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उन्होंने कहा, जब मैं ब्राह्मण समाज को कुछ बुरा बोला ही नहीं हूं। इसके बावजूद मैंने माफी मांगी है। अब जो ब्राह्मण समाज के लोगों के मन में इतना उबाल है, उन सबको मैं चेतावनी देता हूं मैंने दो बार माफी मांगा है, लेकिन जो ब्राह्मण समाज के लोग हैं।
अब मैं उनको कहता हूं कि मैं जिनको हरामी बोला हूं जो दारु शराब पीता है। मांस मछली खाता है। पढ़ने-लिखने नहीं आता है। उनको मैं फिर से कह रहा हूं कि एक बार नहीं सैकड़ों बार उनको हरामी कहूंगा। जो अनेक कुकर्म करेगा उसको हम हरामी ही कहेंगे. उसे हम ब्राह्मण नहीं कर सकते हैं।
इधर, मांझी के बयान के बाद भाजपा नेता गजेंद्र झा (BJP Leader Gajendra Jha) ने घोषणा की थी कि पूर्व मुख्यमंत्री की जुबान काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम दूंगा, लेकिन उनकी ये घोषणा उन्हीं के लिए भारी पड़ गई।
झा के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कार्रवाई करते हुए गजेंद्र झा को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।मधुबनी के बीजेपी जिलाध्यक्ष शंकर झा ने गजेंद्र झा को निलंबित किए जाने का आदेश जारी किया है।
वहीं, मांझी ने कहा, जो लोग मेरी जीब काटने की बात करता है उनको मैं यही कहूंगा कि इस मुद्दे पर हमारे समाज के लोग देखेंगे। मैं कुछ नहीं कहूंगा। कोई मेरा जीव काटे मैं देखता रहूंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं। मांझी एक बार फिर से ब्राह्मण पर टिप्पणी देते हुए कहा कि मैं ब्राह्मण नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद के खिलाफ हूं।आगे भी रहूंगा। मैं सनातन धर्म को मानता हूं। मैं ब्राह्मणवाद का विरोध करता हूं। चाहे मेरी जान ही क्यों ना चली जाए। मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं अपने समाज के लोगों को बताऊंगा कि ऐसे ब्राह्मण वाद से डरने की जरूरत नहीं है।
इधर, बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के महासचिव गजेंद्र झा को पार्टी से निष्कासित करने के साथ ही मधुबनी जिलाध्यक्ष शंकर झा ने 15 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की भी मांग की है। बीजेपी जिलाध्यक्ष शंकर झा की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है, आपकी ओर से दिए गए अमर्यादित बयान से पार्टी को आघात पहुंचा है। आपको पार्टी से निष्कासित किया जाता है, जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा। गजेंद्र झा से 15 दिन के अंदर स्पष्टीकरण दिए जाने की मांग की गयी है।