back to top
11 जुलाई, 2024
spot_img

*ई बिहार है विनोद, यहां ‘ मुर्दा ’ टीचर भी पढ़ाता है, शिक्षा विभाग का Special Notice, हैरान कर देगा*

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला DeshajTimes.Com...आपका चहेता DeshajTimes.Com... इस 20 जुलाई 2025 को हो जाएगा पूरे 7 साल का। 20 जुलाई, 2018 — 20 जुलाई, 2025 ...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित @7 साल । DeshajTimes.Com यह संस्कार है। इसमें हवा की ताकत है। सूरज सी गर्मी। चांद सी खूबसूरती तो चांदनी सी शीतलता भी। यह आग भी है। धधकता शोला भी। तपिश से किसी को झुलसा देने की हिम्मत। झुककर उसकी उपलब्धि पर इतराने की दिलकश अदा भी। आप बनें भागीदार DeshajTimes.Com के 7 साल...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.Com
spot_img
Advertisement
Advertisement

Purnia | ई बिहार है विनोद, यहां ‘ मुर्दा ’ टीचर भी पढ़ाता है, शिक्षा विभाग का Special Notice, हैरान कर देगा | बिहार के पूर्णिया जिले में शिक्षा विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। इस बार ई-शिक्षा कोष एप पर हाजिरी न बनाने वाले तीन शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया, लेकिन इनमें से दो शिक्षक पहले ही दुनिया छोड़ चुके हैं और एक शिक्षक पिछले पांच साल से जेल में बंद है।

मृत शिक्षकों को भेजा गया नोटिस

जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) के कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, तीन शिक्षकों को अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस भेजा गया।

  1. प्राथमिक विद्यालय गछकट्टा के शिक्षक अखिलेश मंडल – इनकी 01 दिसंबर 2024 को मौत हो चुकी है। बावजूद इसके, 18 मार्च 2025 से स्कूल में अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

  2. मध्य विद्यालय विष्णुपुर के शिक्षक सुशील ठाकुर – इनका 11 नवंबर 2024 को निधन हो गया था। इसके बावजूद, डीईओ कार्यालय ने अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण मांगा है।

जेल में बंद शिक्षक को भी मिला कारण बताओ नोटिस

तीसरा मामला मध्य विद्यालय धमदाहा हाट के शिक्षक लक्ष्मी बेसरा का है।

  • ये शिक्षक पिछले पांच साल से जेल में बंद हैं।

  • 21 जुलाई 2019 को हत्या के आरोप में इन्हें सजा हुई थी।

  • बावजूद इसके, उन्हें भी स्कूल में गैरहाजिर रहने पर नोटिस जारी कर दिया गया।

शिक्षा विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल

स्थानीय शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग में बिना जांच-पड़ताल के ही आदेश जारी कर दिए जाते हैं।

  • रोजाना बैठकों और मॉनिटरिंग का दावा करने वाले शिक्षा विभाग के पास शिक्षकों की अद्यतन (अप-टू-डेट) जानकारी तक नहीं है।

  • मृत शिक्षकों और जेल में बंद शिक्षक का नाम अब तक सिस्टम से नहीं हटाया गया।

  • नियमित समीक्षा के बावजूद ऐसी गलती होना शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

शिक्षा विभाग ने क्या सफाई दी?

जब इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रफुल्ल कुमार मिश्र से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा विभाग को सही समय पर सूचना नहीं दी गई थी, जिसके कारण यह गलती हुई।

क्या बोले स्थानीय शिक्षक?

स्थानीय शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग सिर्फ वसूली में व्यस्त रहता है।

  • मनमाने ढंग से आदेश जारी होते हैं, लेकिन सही काम के लिए कोई अधिकारी जवाबदेह नहीं है।

  • मृत शिक्षकों को भी नोटिस जारी करना शिक्षा विभाग की निष्क्रियता को दर्शाता है।

क्या होगा आगे?

अब सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए कोई सख्त कदम उठाएगा? या फिर ऐसी लापरवाहियां जारी रहेंगी?

जरूर पढ़ें

Darbhanga Navodaya में बड़ा कदम! छात्र की संदिग्ध मौत के बाद प्राचार्य का तबादला, जानिए कौन बने नए प्रिसिंपल

दरभंगा नवोदय में बड़ा कदम! छात्र की संदिग्ध मौत के बाद प्राचार्य बदले। जतिन...

दरभंगा छिपलिया तालाब मर्डर केस: 7 महीने से फरार चंदन की भागदौड़ ‘समाप्त’

दरभंगा छिपलिया तालाब मर्डर केस: 7 महीने से फरार चंदन की भागदौड़ 'समाप्त' हत्या...

मतदाता सूची में लापरवाही पर Darbhanga के 10 अफसरों का वेतन बंद!

मतदाता सूची में लापरवाही पर दरभंगा के 10 अफसरों का वेतन बंद! DM कौशल...

Samastipur Medical College में जल्द शुरू होंगे Gynecology और Surgery Departments | Darbhanga Commissioner Kaushal Kishore ने कहा – जल्द शुरू हो इलाज

समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज में जल्द शुरू होंगे गायनी-सर्जरी विभाग! आयुक्त ने दिए निर्देश।समस्तीपुर के...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें