समस्तीपुर में सीबीआई ने घूसखोर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार को गिरफ्तार किया है। रेलवे के इंजीनियर को रिश्वत लेते सीबीआई ने रंगे हाथों दबोचा। रेलवे कारखाना में एक मशीन इंस्टॉल करनी थी। एक कंपनी की ओर से भेजी गई मशीन की जांच के बाद प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करने में इंजीनियर (Railway senior section engineer arrested red handed taking bribe) आनाकानी कर रहा था। इसकी एवज में उसने रिश्वत मांगी। पढ़िए फिर क्या हुआ…
जय बाबा केदार..!
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सीबीआई की टीम ने समस्तीपुर के रेलवे यांत्रिक कारखाना पहुंचकर सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार को बीस हजार रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने के बाद देर रात तक सीबीआई की टीम ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू से पूछताछ की। सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद पूरे रेलवे महकमे में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार,समस्तीपुर रेलवे यांत्रिक कारखाना में ग्वालियर की एक कंपनी ने वैगन निर्माण से संबंधित एक बोल्ट मशीन को छह माह पूर्व इंस्टॉल किया था। करोड़ों की इस मशीन का बिल लंबे समय से कारखाना में लंबित चल रहा था।
बिल क्लियर करने को लेकर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार कंपनी से घुस मांग रही थी। जिसके बाद कंपनी ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। जिसके बाद सात सदस्यीय टीम के साथ पहुंची केंद्रीय जांच एजेंसी ने इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया है। इंजीनियर के पास से कैश भी बरामद हुआ है।
वहीं, घटना को लेकर समस्तीपुर रेलवे मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि सीबीआई की कार्रवाई यांत्रिक कारखाना में हुई है, लेकिन मंटू कुमार को किस कारण गिरफ्तार किया गया या उन पर क्या-क्या आरोप हैं या उनके पास से कितनी राशि रिकवर हुई है- इस बारे में आधिकारिक तौर पर अब तक कोई भी जानकारी सीबीआई द्वारा रेलवे को उपलब्ध नहीं कराई गई है।
ग्वालियर की कंपनी की शिकायत पर सीबीआई ने इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार इंजीनियर के पास से घूस में ली गई राशी भी बरामद की गई है। कितनी राशी बरामद की गई है इसका खुलासा नहीं हो पाया है। आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। कारखाना के अधिकारी का कहना है कि सीबीआई की टीम अचानक पहुंची और मंटू को अपने साथ ले गई। उसे किस कारण से ले गई है, इसके बारे में औपचारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई है।