इस इनामी नक्सली को पकड़ने के लिए STF की टीम ने सारण और मुजफ्फरपुर जिले के बीच गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़ा ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन के दौरान कुख्यात नक्सली रामबाबू राम के साथ साथ संगठन के जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को भी गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के विशेष टीम ने उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमिटी सचिव एवं बिहार सरकार की ओर से वर्ष 2013 में घोषित पांच लाख के इनामी कुख्यात वांछित नक्सली रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल को सारण जिले के मशरक थानान्तर्गत गंडक दियारा से पकड़ने में सफलता पाई है।
दोनों नक्सलियों से पूछताछ के आधार पर अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) बगहा के सहयोग से बगहा जिला के लौकरिया थानान्तर्गत वाल्मीकिनगर के जंगल से छापामारी कर स्वचालित प्रतिबंधित हथियार एके-47 दो रायफल -02 मैगजीन-05, जिंदा कारतूस -460 राउंड, नकद 50,000 रुपये बरामद की है। यह जानकारी प्रेसवार्ता में चंपारण जोन के पुलिस उप महानिरीक्षक जयकांत ने गुरुवार शाम में दी है।
पुलिस रिकार्ड के अनुसार रामबाबू राम प्रतिबंधित नक्सल संगठन भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य है। कुख्यात नक्सली रामबाबू राम पश्चिमी जोनल कमेटी का सचिव है। बिहार STF ने कुख्यात नक्सली रामबाबू राम और उसके साथी जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज दोनों नक्सलियों के पकड़े जाने की पुष्टि गुरुवार को की है।
सूत्रों की मानें तो इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद भी दियारा इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। नक्सली रामबाबू राम पूर्वी चंपारण के मधुबन में एक्टिव रहा है। रामबाबू राम का आपराधिक इतिहास 22 साल से अधिक पुराना है।
कुख्यात नक्सली रामबाबू राम ने 2019 में चकरबंधा में CRPF के कोबरा बटालियन के एक सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी थी। इस कुख्यात नक्सली के ऊपर अब तक 40 से अधिक केस दर्ज हैं। गिरफ्तारी के अब इससे पूछताछ होगी। पुलिस इसकी गिरफ्तारी के बाद इसके संगठन और उससे जुड़े नक्सलियों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है।