सुपौल। बैरियापट्टी सिझोल सिरहा नेपाल से 9 अप्रैल को सोमनाथ यादव का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया। अपह्रत सोमनाथ को छोड़ने के एवज में अपहरणकर्ताओं की ओर से डेढ़ करोड़ रुपये नेपाली राशि देने की मांग की जा रही थी।
इंटरपोल नई दिल्ली से प्राप्त पत्र एवं अपराध अनुसंधान विभाग पटना की ओर से अपह्रत सोमनाथ को सुपौल जिले के निर्मली थाना क्षेत्र में रखे जाने का उल्लेख करते हुए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त होने के बाद एसपी मनोज कुमार ने मामले की गंभीरता को देख अपराधियों की गिरफ्तारी व अपह्रत की सकुशल बरामदगी को लेकर एसडीपीओ वीरपुर रामानंद कौशल के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया।
विशेष टीम की ओर से जांच के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि अपहरणकर्ताओं द्वारा अपह्रत को भारतीय क्षेत्र के निर्मली व मधुबनी जिला में अलग-अलग स्थान पर रखकर अपह्रत के परिजन से डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की जा रही थी।
इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि सोमनाथ को निर्मली थाना क्षेत्र के महुआ गांव में उमेश यादव के यहां गांव से बाहर भुसखार में रखा हुआ है। इसी क्रम में सोमनाथ के पिता हरिनारायण यादव के बयान पर निर्मली थाना में कांड संख्या 86/ 2021 दर्ज किया गया। कांड में संलिप्त अपराधी सतीश कुमार यादव हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।
पूछताछ के क्रम में सतीश ने अपना अपराध स्वीकार किया। सतीश ने रामकुमार यादव उर्फ आरके के साथ अपह्रत नेपाली नागरिक सोमनाथ यादव की गोली मारकर हत्या कर कोसी नदी में फेंक देने की बात बतायी| अपह्रत के हत्या के प्रमाणिक साक्ष्य संकलन हेतु टीम द्वारा गोताखोर के मदद से शव की खोजबीन करायी गई लेकिन नदी में अधिक पानी होने के कारण शव नहीं मिल पाया।
सतीश की निशानदेही पर आरके के ससुराल से अपह्रत का मोबाइल बरामद किया गया। इसके बाद आरके को गुरगांव हरियाणा से पहचान के लिए टीम के निगरानी में लाया गया तथा नेपाली पुलिस व सोमनाथ के परिजनों से पहचान करायी गई। आरके के निशानदेही पर स्कार्पियो व रामानंद यादव को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधी आरके के खिलाफ नेपाल सहित भारत के विभिन्न थानों में 13 संगीन मामले दर्ज है।