मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम (Appointment Letter Distribution Program) के दौरान घोषणा की कि नियोजित शिक्षक (Contractual Teachers) जहां हैं, वहीं रहेंगे। इस ऐलान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि विशिष्ट शिक्षक (Special Teachers) बनने के बावजूद उनका दूसरी जगह ट्रांसफर (Transfer) नहीं किया जाएगा।
राज्यकर्मी का दर्जा और नियुक्ति पत्र वितरण
सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद, राज्यभर में कुल 1,14,138 शिक्षकों को सरकार ने राज्यकर्मी (State Employee) का दर्जा दिया है।
- पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 200 नियोजित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र (Appointment Letters) सौंपे।
- अन्य शिक्षकों को उनके संबंधित जिलों में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।
इन नियुक्ति पत्रों के साथ ही नियोजित शिक्षक अब विशिष्ट शिक्षक कहलाएंगे और उन्हें बीपीएससी (BPSC) शिक्षकों की तरह सभी लाभ मिलेंगे।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने स्पष्ट किया:
“जो नियोजित शिक्षक जहां हैं, वहीं रहेंगे।”
यह घोषणा उन शिक्षकों के लिए राहत लेकर आई है जो इस बात को लेकर चिंतित थे कि राज्यकर्मी बनने के बाद ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer and Posting) का नियम लागू होगा। इस ऐलान से शिक्षकों की दुविधा (Uncertainty) दूर हो गई है।
राज्य में शिक्षा सुधार पर नीतीश कुमार की टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 1990-2005 के लालू-राबड़ी शासन (Lalu-Rabri Regime) पर कटाक्ष करते हुए कहा:
- वर्ष 2005 से पहले बिहार में शिक्षा की स्थिति बेहद खराब थी।
- स्कूलों की कमी थी और बच्चों को पढ़ाई के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं मिलते थे।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं:
- 2006-07 में पोशाक योजना (Uniform Scheme) शुरू की।
- 2008 में छात्राओं के लिए साइकिल योजना (Bicycle Scheme) लागू की, जिसे बाद में लड़कों के लिए भी शुरू किया गया।
महिलाओं और बालिका शिक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा:
“महिलाओं और बालिका शिक्षा (Girls’ Education) के लिए हमने कई बड़े कदम उठाए हैं। आज राज्य में महिलाओं की स्थिति पहले से बहुत बेहतर है।”
उन्होंने राज्य में बालिका शिक्षा (Girls’ Education) और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए अपने कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियां
अधिवेशन भवन (Adhiveshan Bhavan) में आयोजित इस समारोह में कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया:
- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी।
- ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव।
- जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी।
- शिक्षा मंत्री सुनील कुमार।
- शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ।
- शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस फैसले ने शिक्षकों के बीच राहत की भावना पैदा की है। विशिष्ट शिक्षक (Special Teachers) बनने के बावजूद उन्हें उनके कार्यस्थल पर ही पदस्थापित रखने का निर्णय न केवल उनके भरोसे को मजबूत करेगा, बल्कि राज्य में शिक्षा क्षेत्र में स्थिरता भी लाएगा।