बिहार सरकार यानी नीतीश कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में एक बिजली है, लगातार बिजली लोगों को मिल रही है मगर इन दिनों बिल में बढ़ोतरी से लोग परेशान हैं।
मगर, अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। बिहार के लोगों को बड़ी खुशखबरी मिली है। बिजली बोर्ड के तरफ से इलेक्ट्रिसिटी बिल में बचत का निर्णय किया है। यह निर्णय बिजली खपत के स्लैब में हुए बदलाव के कारण किया गया है।
उपभोक्ताओं को यह राहत इस साल 200 यूनिट से अधिक वाले स्लैब के हटने पर मिली है। घरेलू में इस बार दो स्लैब एक से 100 यूनिट और 100 यूनिट से ऊपर रखे गए हैं। पिछले साल तीन स्लैब थे।
लेकिन, अब प्रति यूनिट 5.67 रुपये ही लग रहे हैं। उपभोक्ताओं को यह राहत इस साल 200 यूनिट से अधिक वाले स्लैब के हटने पर मिली है। घरेलू में इस बार दो स्लैब एक से 100 यूनिट और 100 यूनिट से ऊपर रखे गए हैं। इसमें 100 यूनिट तक अनुदान रहित 4.27 रुपये और 100 यूनिट से ऊपर 5.67 रुपये है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए घोषित बिजली दरों के बाद 200 यूनिट से अधिक खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अप्रैल से फायदा पहुंचा है। ऐसे उपभोक्ताओं को पिछले साल की तुलना में इस साल बिजली दर में 55 पैसे प्रति यूनिट की बचत हुई है।
पिछले साल उपभोक्ताओं को 200 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने पर प्रति यूनिट 6.22 रुपये लग रहे थे। लेकिन, अब प्रति यूनिट 5.67 रुपये ही लग रहे हैं। जिसके कारण लोगों को 55 पैसे प्रति यूनिट बचत हुई है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के राजस्व अधिकारी ने बताया कि, राज्यभर के शहरी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली दर की राशि में अच्छी बचत हुई है।
यह फायदा एक स्लैब के हटने से हुआ है। 200 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले 70 फीसदी उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिला है। पटना समेत राज्यभर में एक करोड़ 80 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें 70 फीसदी से अधिक शहरी घरेलू उपभोक्ता हैं जो 200 यूनिट से अधिक बिजली का उपभोग करते हैं।
इनको बड़ी राहत पहुंची है। बिजली बोर्ड के तरफ से इस बार घरेलू उपयोग के लिए दो स्लैब तेयार किए गए थे। जिसमें एक से 100 यूनिट और दूसरा 100 यूनिट से ऊपर रखे गए हैं।
इसमें 100 यूनिट तक अनुदान रहित 4.27 रुपये और 100 यूनिट से ऊपर 5.67 रुपये है। इससे पिछले साल तीन स्लैब थे। इनमें 1 से 100 यूनिट, 101 से 200 यूनिट और 200 से अधिक था।
इन तीनों स्लैब की बिजली दर अलग-अलग थी। एक से 100 यूनिट तक अनुदान रहित 4.27 रुपये, 101 से 200 यूनिट तक 5.12 रुपये और 200 से ऊपर 6.22 रुपये प्रति यूनिट लग रहे थे।