Madhubani News | Baba Kameshwarnath Mahadev मंदिर पर “विषाक्त शंकर” की साया पड़ गई है। मंदिर कमेटी का पुनर्निर्माण नही हो सका है। इसी का नाजायज फायदा वहां इस मंदिर के पुजारी शंकर भारती उठा रहे हैं। मंदिर को घर बनाने, उसे हड़पने की कोशिश में जुटे शंकर अवैध निर्माण की पूजा में ज्यादा व्यस्त हैं।
Madhubani News | थाना चौक से उत्तर में है प्रसिद्ध बाबा कामेश्वर नाथ महादेव मंदिर
मुख्य बातें: थाना चौक से उत्तर में है प्रसिद्ध बाबा कामेश्वर नाथ महादेव मंदिर, मंदिर कमेटी के कई सदस्यों के निधन के बाद कमेटी का बोर्ड हटाकर दिया है फेंक,मंदिर प्रांगण में अवस्थित कुंए को कचरे से भर कर दिया गया है मृतप्राय:, आसपास रहने वाले प्रबुद्ध जनों की ओर से मंदिर में सार्वजनिक तरीके से कमेटी बनाने के प्रयास को पुजारी की ओर से कुछ लोगों को भड़का कर दिया जाता है विफल, मंदिर को मिलने वाले चंदा व राशि का नही है कोई हिसाब-किताब, एक ही कार्य के निर्माण के नाम पर सैंकड़ों लोगों से पुजारी ठग कर लेते हैं चंदा, कमेटी का पुनर्निर्माण नही होने के कारण किसी भी अवसर पर समाज के लोग यहां होने वाले कार्यक्रम के आयोजन में नहीं होते शामिल। मंदिर कमेटी का पुनर्निर्माण का प्रयास करने वालों पर पुजारी असमाजिक तत्त्वों के साथ मिलकर रचते हैं साजिश, संदिग्ध चरित्र का पुजारी सामाजिक सद्भाव व एकता के लिए बना खतरा
Madhubani News | प्राचीन मंदिर है लोगों के आस्था का केंद्र, जलाभिषेक को भक्तों का लगा रहता है तांता
मधुबनी शहर के थाना चौक से उत्तर बाबा कामेश्वर नाथ महादेव मंदिर अवस्थित है। बाबा कामेश्वर नाथ महादेव मंदिर सैंकड़ों वर्ष पुराना मंदिर है। मंदिर प्राचीन रहने के कारण शहर व आसपास के क्षेत्रों के लोगों की आस्था बाबा में भरपूर है। बाबा कामेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भोलेनाथ पर मात्र एक लोटा जल अर्पण करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। भोलेनाथ की कृपा से पढ़े लोगों व संपन्न मुहल्ले में मंदिर की कमेटी नहीं रहने के कारण मंदिर की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है।
Madhubani News | सार्वजनिक भूमि में बने इस मंदिर पर जिला प्रशासन की आज तक नजर नहीं
शहर के बीच में अवस्थित इस प्रसिद्ध सार्वजनिक भूमि में बने इस मंदिर पर जिला प्रशासन की नजर नहीं है। जिस कारण मंदिर का पुजारी घर बना कर पूरे परिवार के साथ रह रहा है और मंदिर के स्वरूप को एक घरनुमा आकार देकर मंदिर के भूमि में अवैध निर्माण कर उस पर कब्जा कर मनमाने तरीके से प्रबंधन करता है । शहर के बीचों बीच मंदिर होने के कारण मंदिर में दान के रूप में रुपए पुजारी अपने निजी कार्य में खर्च कर रहा है यहां तक कि एक ही निर्माण के नाम पर सैकड़ो लोगों से चंदा के नाम पर राशि की उगाही कर लेता है।
Madhubani News | चंदा, उगाही का खेला जा रहा खेल
मंदिर की कमिटी को लेकर लगातार समाज की कई बैठकें हुई लेकिन लोगों को भड़का कर कमेटी नही बनने देता है । स्थानीय सूत्रों की माने तो कोई आदमी यदि कोई निर्माण कार्य संपन्न करा देता है तो उस कार्य को निजी पैसे से कराने की बात कहकर वह सैंकड़ों लोगों से चंदा के नाम पर उगाही कर लेता है।
Madhubani News | गिलेशन बाजार के भक्तों के बढ़े हाथ
हाल के दिनों में गिलेशन बाजार के भक्तों की ओर से बाबा पर जल चढ़ाने को लेकर और भक्तों को प्यास बुझाने के लिए सबमर्सिबल गड़वाया गया। लेकिन इस का उपयोग सिर्फ मंदिर धोने और पुजारी अपने निजी काम में करता है मंदिर आने व मंदिर के पास रहने और मंदिर के पास से गुजरने वाले राहगीरों इत्यादि को तपती धूप में प्यास बुझाने के लिए मंदिर के आसपास एक नल भी नहीं लगाया गया है, जिससे राहगीर अपनी प्यास बूझा सकें।
Madhubani News | गिलेशन बाजार के भक्तों के बढ़े हाथ
जानकारी के अनुसार, मंदिर की गली में रहने वाले दो भाई राधे साह व गंगा साह की ओर से वर्षों पूर्व कुंए का निर्माण कराया गया था। इसका जीर्णोद्धार नहीं हो रहा है। वहीं पुजारी की ओर से उस पर दुकान बनाकर कुंए के अस्तित्व को समाप्त करने का प्लान किया जा रहा है।
Madhubani News | गिलेशन बाजार के भक्तों के बढ़े हाथ
मंदिर कमेटी नहीं रहने के कारण मंदिर के पुजारी व मंदिर प्रांगण लोगों की सुरक्षित निगाहों से दूर रहता है। मंदिर को पुजारी अपनी निजी संपत्ति बताने लगा है। मंदिर के पुजारी का व्यवहार लोगों की निगाह में संदिग्ध प्रतीत होता है। सार्वजनिक मंदिर का पुजारी मनमानी को लेकर चर्चा में है और सामाजिक सद्भाव और सामाजिक एकता केलिए खतरा बना हुआ है ।जिले के कई प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर में जिला प्रशासन के द्वारा मंदिर के संचालन के लिए स्थानीय लोगों को सम्मिलित कर कमिटी बनाई गई है।
Madhubani News | मंदिर को बचाने के लिए सामूहिक “विषपान” करेंगे लोग, प्रशासन से करेंगे मिलकर अपील, बचाएंगें मंदिर का इतिहास, धरोहर…
मंदिर की कमेटी नहीं रहने के कारण कई लोगों ने चंदा देना भी बंद कर दिया है। मंदिर के पुजारी के असामाजिक व्यवहार से समाज के लोगों व बाबा के भक्तों में भारी आक्रोश है। समाज के लोगों को समाज के लिए खतरा बने मंदिर के पुजारी के विरुद्ध एकजुट होने की जरूरत है। जिला प्रशासन को भी इस मामले संज्ञान लेना होगा। इसको लेकर भक्त विनय कुमार सिंह, मुन्ना सिंह ,पंकज मिश्रा, सुमन श्रीवास्तव, घनश्याम साह, पंकज कुमार श्रीवास्तव, गणेश साह ,राज कुमार मिश्रा,सत्य नारायण साह ,शंकर शाह, देवनारायण प्रसाद, बुलेट ठाकुर, ललित कुमार, राज कुमार साह, सुनील श्रीवास्तव इत्यादि ने आह्वान किया है एकजुट होकर बैठक करेंगे। मंदिर को बचाने के लिए यहां पुजारी की मनमानी के को रोकेंगे। उसका सामूहिक “विषपान” करेंगे। प्रशासन से करेंगे मिलकर अपील करेंगे। मंदिर का इतिहास, धरोहर को मिटने नहीं देंगे। उसे बचाएंगें। पुजारी की मनमानी पर रोक लगाएंगें। विषधारी देवो के देव महादेव की इस पवित्र मंदिर में पुजारी ने जो अराजकता का माहौल बना दिया है, उसका हमलोग सामूहिक विषपान कर दमन करेंगे। विरोध होगा। जिला प्रशासन तक बात रखी जाएगी।