KK Pathak | Bihar News | तेरा क्या होगा KK….Pathak …। यह सवाल बिहार पूछ रहा है। बिहार जानना चाहता है। बिहार समझना चाहता है। कारण, बिहार को ऐसे अफसरों की जरूरत है। जो एक्शन ले। सिस्टम को पटरी पर लाने के लिए अपना सबकुछ झोंक दे। तांक पर रख दे। मगर, ये बिहार है। यहां, काम करना। करवाना बेहद कठिन। क्योंकि, कार्यसंस्कृति का अभाव हर जगह, हर दफ्तर, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य…प्रशासनिक क्षमता हर तरफ इसका अभाव है।
जय बाबा केदार..!
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KK Pathak | अगर कोई अफसर, काम मांगता है तो काम करवाना चाहता है तो…
ऐसे में अगर कोई अफसर, काम मांगता है तो काम करवाना चाहता है तो…उन्हें रोकने पर आमाद हर वर्ग…उतावला हो उठता है। मगर, सीएम नीतीश कुमार ने सही कहा, वह ईमानदार हैं। केके में जो क्षमता है। वह पूरे बिहार के सिस्टम को चाहिए ही चाहिए। भले, सरकार किसी की भी हो। मगर, ऐसे अफसर को सलाम करने को जी चाहता है…मगर, जो खबरें हैं वह आपको बताना भी फर्ज है, सो लौटते हैं उसी गालीबाज पाठक पर जो अभी टारगेट में हैं। मगर, एक बात आसानी से कहना चाहूंगा…जो काम मांगता है, उसके मुंह से…गलती से मिस्टेक…
KK Pathak | बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने
बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने राज्य शिक्षा विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पाठक के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। सभापति के कक्ष में 5-6 सदस्यीय कमेटी केके पाठक के वीडियो की समीक्षा करेगी। फिर उचित कार्रवाई की जाएगी।
KK Pathak | केके पाठक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे गाली देते
दरअसल, केके पाठक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे गाली देते हुए दिख रहे हैं। उनके इस वीडियो से लग रहा है कि वे शिक्षकों या शिक्षा विभाग के अधिकारी से बात कर रहे हैं।
KK Pathak | पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ ने लिखा है “गालीबाज़ पाठक !
इस वीडियो को शेयर करते हुए पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ ने लिखा है कि “गालीबाज़ पाठक ! जो आदमी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेसिंग में शिक्षकों के
गालीबाज़ पाठक ! जो आदमी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेसिंग में शिक्षकों के लिए गाली वाले शब्द का इस्तेमाल करता है, उसका शिक्षकों के प्रति क्या व्यवहार होगा।
सुनिए के के पाठक की बात !
… 9 बजे टीचर पहुँच जाएगा, सफ़ाई कराएगा, स्कूल खोलेगा साला नौ से सवा नौ के बीच में कभी भी… pic.twitter.com/TB8ConLS2D
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 21, 2024
लिए गाली वाले शब्द का इस्तेमाल करता है, उसका शिक्षकों के प्रति क्या व्यवहार होगा। सुनिए के के पाठक की बात ! … 9 बजे टीचर पहुँच जाएगा, सफ़ाई कराएगा, स्कूल खोलेगा साला नौ से सवा नौ के बीच में कभी भी चेतना सत्र शुरू कर दे….”
मुख्यमंत्री सदन में कह रहे हैं कि शिक्षकों को स्कूल पौने दस में आना है! शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक कह रहे हैं कि शिक्षकों को पौने नौ में स्कूल आना होगा।
अब शिक्षक क्या करें ?
NDA की सरकार में बिहार के मुख्यमंत्री की बात एक अधिकारी नहीं सुन रहा है! pic.twitter.com/3oSoCYgfgD
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 21, 2024
आज गुरुवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने केके पाठक द्वारा शिक्षकों के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का मामला उठाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसपर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सरकार की तरफ से विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के साथी कई तरह के मुद्दे उठाते जा रहे हैं, लेकिन सभी
KK Pathak | कैसे कोई शिक्षक को गाली दे सकता हैं !
का विषय एक ही होता हैं। हमने जो सुना शायद किसी वीडियो या टेप या गाली की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कल भी यह मुद्दा विधान परिषद में उठा था। हमने इसपर कहा भी था कि कैसे कोई शिक्षक को गाली दे सकता हैं ! किसी अधिकारी को सामान्य नागरिक को भी गाली देने का अधिकार नहीं है।
भाजपा का दलितों से नफ़रत छिपाये नहीं छिपता!
आज बिहार विधानसभा में महागठंधन से एक दलित विधायक के शानदार भाषण के बाद BJP के विधायक ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा- “अभी अभी राजद के विधायक ने ‘भौंका’ !
यह दलितों को कुत्ता सियार समझने का सामंती और नफ़रती दंभ है।
ये ज़बान की…
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 20, 2024
KK Pathak | सभापति फैसला लेंगे उस फैसले पर सरकार कार्रवाई करेगी
विजय चौधरी ने कहा कि हम ‘डॉक्टर’ चंद्रशेखर को बताना चाहेंगे कि मोबाइल पर कोई वीडियो सदन में नहीं चलाया जा सकता और मोबाइल मीडिया गैलरी में दिखा रहे हैं, जो आसान के इजाजत के बैगर सही नहीं हैं। उस सदन में हमलोगों ने बता दिया कि जो भी सभापति फैसला लेंगे उस फैसले पर सरकार कार्रवाई करेगी।
KK Pathak | सभापति अपने चेंबर में वीडियो को देखेंगे।
विधान परिषद में पक्ष और विपक्ष की मांग के पर सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक की शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार वाले वायरल वीडियो को देखने की बात कही थी। इसपर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन के कोरम के अनुसार वहां वीडियो टेलीकास्ट नहीं करने की बात रखी थी, जिसपर निर्णय हुआ कि सभापति अपने चेंबर में वीडियो को देखेंगे।
कोई चाहे तो गिन के बताये कि पाठक जी ने कितनी बार गाली वाले शब्द का प्रयोग किया है!
भाजपा और नीतीश जी के संरक्षण में एक अधिकारी का इतना मजाल हो गया है कि कहीं भी किसी को भी गाली दे सकता है। यह एक सामंती दंभ है, जो बिहार के शिक्षकों और अन्य पदाधिकारियों को अपना बंधुआ समझता है।… pic.twitter.com/Fj8Rsl8JS4
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 21, 2024
KK Pathak | अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई तो कार्रवाई होगी।
तब सभापति ने कहा था कि केके पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई तो कार्रवाई होगी। सभापति के इसी कथन को जरिया बनाते हुए सरकार ने इस बात से अपना पल्ला एक प्रकार से झाडते हुए सारा निर्णय सभापति के
शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की बहालियों के लिये आउट सोर्सिंग एजेंसियों को बिना किसी टेंडर के ही ठेका दे देना भ्रष्टाचार का बड़ा मामला है। वैसे भी शिक्षा कोई ‘ठेके’ की चीज़ नहीं है!
बिहार विधानसभा में इस मामले को लेकर चर्चा के लिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया गया है! pic.twitter.com/65VNm47cr0
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 21, 2024
पल्ले डाल दिया है। केके पाठक पर सरकार क्या एक्शन लेती है, यह सभापति के फैसले पर निर्भर है। ऐसे में अब पक्ष और विपक्ष की नजर सभापति के फैसले पर है।
वह इतना ईमानदार है कि
बिहार के सभी स्कूलों – कॉलेजों में
लाखों पदों पर बहाली करने के लिए
आउटसोर्सिंग कंपनियों को
बिना किसी टेंडर के ही
ठेका दे दिया!
— Sandeep Saurav (@Sandeep_Saurav_) February 22, 2024
KK Pathak | वॉकआउट…सदन का बहिष्कार
इधर जब सरकार ने केके पाठक के अभद्र भाषा वाले विडियो को लेकर विधान परिषद के सभापति की जांच का हवाला दिया तो सदन में विपक्ष के रूप में काबिज़ महागठबंधन के तमाम दलों के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्षी दलों ने उच्च सदन के हवाले की बात से इत्तेफाक न रखते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया।