उत्तर प्रदेश के मेरठ में पार्षदों ने शपथ ग्रहण समारोह में जमकर बवाल काटा है। मामला वंदे मातरम् गाने को लेकर शुरू हुआ। भारतीय जनता पार्टी और एआइएमआइएम (AIMIM) के पार्षदों के बीच हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि नौबत मारपीट तक आ गई।
जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर हालात को संभाला और पार्षदों को सभा स्थल से बाहर निकाला। भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि जब वंदे मातरम् समारोह में गाया जा रहा था, उस दौरान ओवैसी के पार्षद अपने स्थान से खड़े नहीं हुए। एआइएमआइएम (AIMIM) के पार्षदों की इस हरकत से बीजेपी के सदस्य नाराज हो गए।
नवनिर्वाचित पार्षदों और मेयर का शपथ ग्रहण समारोह चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCS) के नव प्रेक्षागृह में चल रहा था। शपथ ग्रहण के दौरान बीजेपी के पार्षदों ने वंदे मातरम गाना शुरू किया लेकिन इस दौरान एआइएमआइएम (AIMIM) के पार्षदों ने इसका विरोध किया और अपनी जगह पर बैठे रह गए।
महापौर हरिकांत अहलूवालिया और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम को लेकर हुए बवाल के बाद भाजपा पार्षदों ने एआईएमआईएम के नेताओं व पार्षदों की पिटाई की। इस मामले में पुलिस ने आइएमआइएम (AIMIM) के पार्षद की तहरीर पर भाजपा पार्षद राजीव गुप्ता और उत्तम सैनी को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। शनिवार को हिंदू संगठनों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह पार्क के पास चौराहा पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का पुतला दहन किया।
भाजपा नेताओं की तरफ से भी एआईएमआईएम पार्षदों के खिलाफ रात को तहरीर दी गई थी। वहीं, एआईएमआईएम के पार्षदों पर मुकदमा दर्ज नहीं होने से हिंदू समाज के लोगों में भारी आक्रोश है।
उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस मामले पर संज्ञान लें और पुलिस अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए जाने चाहिए।
ओवैसी के पार्षदों की इस हरकत पर बीजेपी के सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की। मामला धीरे-धीरे बढ़ने लगा और बात तू-तू, मैं-मैं तक आ गई।
दोनों पार्टी के सदस्यों के बीच तनाव बढ़ता गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। इसके बाद शपथ ग्रहण हॉल में मामला बेकाबू हो गया तब प्रशासन को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि अगर एआइएमआइएम (AIMIM) के पार्षदों को वंदे मातरम् से दिक्कत थी तो वह चुप रहते लेकिन बेवजह उन्होंने टिप्पणी की और लोगों को उकसाने का काम किया।