National Politics|Bihar Politics| तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूं I.N.D.I.A को….CM Nitish ने ठुकराया PM पद…@मोदी तेरे लिए…। फिलहाल, राजनीतिक गलियारों की सबसे बड़ी खबर यही है। जहां, पीएम का पद नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया है।
National Politics|Bihar Politics| इंडिया की ओर से पीएम पद का ऑफर नीतीश को मिला
इंडिया की ओर से पीएम पद का ऑफर नीतीश को मिला था। लेकिन, बकौल जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी…नीतीश कुमार को INDIA से पीएम बनाने का ऑफर मिला था। नीतीश कुमार ने ऑफर को ठुकरा दिया। यह कहा, नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। अब पीछे देखने का सवाल ही नहीं है। अब नीतीश कुमार पीछे मुड़कर नहीं देंखेगे। जदयू महासचिव का इंडिया गठबंधन पर तंज़ कसते कहा, नीतीश को संयोजक बनाने से जिसने इनकार कर दिया। अब वहीं उन्हें पीएम पद के ऑफर दे रहे हैं।
National Politics|Bihar Politics| नीतीश कुमार ने कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से दुर्व्यवहार से क्षुब्ध होकर जनवरी में
उन्होंने कहा, केसी त्यागी ने कहा लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा अपने बूते बहुमत पाने से चूक गई। पिछले दो चुनावों में भाजपा को बहुमत का आंकड़ा मिला था। लेकिन इस बार सरकार बनाने के लिए भाजपा को अपने सहयोगी दलों की भी जरुरत है क्योंकि उसके पास पर्याप्त सीटें नहीं हैं। मगर, नीतीश कुमार ने कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से दुर्व्यवहार से क्षुब्ध होकर जनवरी में एनडीए में वापस लौटने के लिए मजबूर हो गए। अब पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं हैं। चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने कई बार यह बात कही है। हम जब एनडीए के एक मूल्यवान भागीदार हैं। हम नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करेंगे।
National Politics|Bihar Politics| नीतीश ने भाजपा से दोस्ती तोड़ ली।
जानकारी के अनुसार,2013 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था। इस दौरान नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के आपसी रिश्ते सही नहीं बताए जा रहे थे। इसको लेकर नीतीश ने भाजपा से दोस्ती तोड़ ली। 2017 में वापस नीतीश एनडीए में आ गए। लेकिन 2022 में फिर अलग हो गए।
National Politics|Bihar Politics| इस बार नीतीश कुमार ने एक बार फिर 2024 में नरेंद्र मोदी को पीएम पद पर जाने से रोकने के लिए विपक्षी दलों को साधा
इस बार नीतीश कुमार ने एक बार फिर 2024 में नरेंद्र मोदी को पीएम पद पर जाने से रोकने के लिए विपक्षी दलों को साधा। इंडिया गठबंधन बनाया। लेकिन, पहले इंडिया नाम से नीतीश कुमार बिदक गए। बाद में वहां से अलग हो गए। ठीक लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के साथ आ गए। अब, फिर से नीतीश को साधने की कोशिश इंडिया की ओर से हो रही। लेकिन, अब कुछ नहीं होगा।