16 मई को DeshajTimes.Com ने चेतावनी दी थी Corona ComeBack, 5 दिन ही बीते, देश में पिछले 24 घंटों में 257 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।…देश में फिर कोरोना का कहर लौट रहा है! क्या शुरू हो गई नई लहर? केरल-महाराष्ट्र में बढ़े मामलों से स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है।
Corona ComeBack: चौकिंए मत…चेतावनी की घंटी! फिर लौटा Corona ! 31 मौतें, 28% की वृद्धि, अस्पतालों में 30%, नई लहर?
नई दिल्ली, देशज टाइम्स – देश में कोरोना वायरस (Covid-19) एक बार फिर डराने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देशभर में 257 नए मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा केस केरल (69) और महाराष्ट्र (44) से रिपोर्ट हुए हैं, जिससे एक बार फिर 2020-21 की भयावह लहर की यादें ताज़ा हो गई हैं।
किन राज्यों में कितने केस? जानें ताजा स्थिति
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश के प्रमुख प्रभावित राज्यों की स्थिति इस प्रकार है जहां, केरल में 69 नए मामले, महाराष्ट्र में 44 केस, तमिलनाडु में 34 केस, कर्नाटक में 8 केस, गुजरात में 6 केस, दिल्ली में 3 नए केस सामने आएं हैं। इन आंकड़ों ने एक बार फिर जनता के बीच चिंता बढ़ा दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की आपात बैठक, सख्त कदम की तैयारी
सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें राज्यों को RT-PCR टेस्टिंग बढ़ाने, कोविड हेल्थ सेंटर्स एक्टिव करने और वैक्सीनेशन पर ज़ोर देने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई, तो मामले तेजी से बढ़ सकते हैं।
कम वैक्सीनेशन रेट और नए वेरिएंट चिंता का विषय
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में वैक्सीनेशन रेट अभी भी बेहद कम (लगभग 9%) है। नए कोविड वेरिएंट तेजी से फैलने की क्षमता रखते हैं। अगर सतर्कता नहीं बरती गई, तो स्थिति बेकाबू हो सकती है। Science Media Centre की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि धीमी वैक्सीनेशन रफ्तार के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव पड़ रहा है।
क्या फिर लॉकडाउन की आशंका है?
हालांकि अभी सरकार की तरफ से लॉकडाउन को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों ने सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य करने की सिफारिश की है।
महत्वपूर्ण सलाह:
भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं। मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का खास ख्याल रखें। लक्षण दिखते ही टेस्ट कराएं और आइसोलेट हों।