बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का कुनबा इस बार और बड़ा होने वाला है। बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को होने वाली बैठक में विपक्षी बैठक में कई नए दल जुड़ेंगे। वहीं, सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। बीजेपी के खिलाफ 24 पार्टियां एकजुट होंगी। इन 24 पार्टियों में MDMK, KDMK, VCK, RSP, मुस्लिम लीग, केरला कांग्रेस (जोसफ), केरला कांग्रेस (मणि) भी शामिल होंगी। ऐसे में, इस बैठक में कुल 24 पार्टियों के शामिल होने की संभावना है।
वहीं, 23 जून को पटना में हुई बैठक में सोलह दल शामिल हुए थे। इसकी अगुवाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। इस बैठक यानी पहली और दूसरी बैठक के बीच विपक्षी एकता में आठ अन्य दल भी जुड़ गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी विपक्षी पार्टियों को चिट्ठी लिख इस मीटिंग में शामिल होने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार,आठ नई पार्टियों ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों के प्रयासों को अपना समर्थन दिया है। विपक्षी एकता बैठक में मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), केरल कांग्रेस (जोसेफ), और केरल कांग्रेस (मणि) उन नए राजनीतिक दलों में से हैं जो बैठक में शामिल होंगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पटना में हुई पिछली बैठक को एक बड़ी सफलता बताया। इसे ही आगे बढ़ाने की अपील की। देश आज जिस संकट से जूझ रहा है, उससे लड़ने के लिए हमें एकजुट होने की जरूरत है। मैं आप सभी को बेंगलुरु में होने वाली बैठक के लिए आमंत्रित करता हूं, जहां 17 जुलाई शाम 6 बजे सभी के लिए डिनर है और 18 जुलाई सुबह 11 बजे से बैठक शुरू होनी है।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगी। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शीर्ष विपक्षी नेताओं को अगली एकता बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने शीर्ष विपक्षी दल के नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई 23 जून की पटना में आयोजित विपक्षी बैठक में उनकी भागीदारी के बारे में याद दिलाया। खड़गे ने अपने निमंत्रण पत्र में कहा,बैठक एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि हम हमारी लोकतांत्रिक राजनीति को खतरे में डालने वाले विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने में सक्षम थे और अगला आम चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सर्वसम्मति से सहमत हुए।