New Covid Variants in India | NB.1.8.1 and LF.7 in India | Covid-19 May 2025 Update| भारत में कोविड-19 के नए सब-वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान के बाद INSACOG और WHO ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। ये दोनों वेरिएंट JN.1 से उत्पन्न हुए हैं, जो फिलहाल देश में सबसे प्रमुख कोविड स्ट्रेन है।
NB.1.8.1 और LF.7: क्या है इन वेरिएंट्स की पहचान?
NB.1.8.1 का पहला मामला अप्रैल 2025 में तमिलनाडु में पाया गया। LF.7 वेरिएंट के चार केस मई 2025 में गुजरात में दर्ज किए गए। ये दोनों वेरिएंट्स JN.1 स्ट्रेन से उत्पन्न हुए हैं, जिसमें S:L455S म्यूटेशन मौजूद है। यह म्यूटेशन इसे 1.5 गुना अधिक संक्रामक बनाता है।
WHO की चेतावनी: Variant Under Monitoring
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने NB.1.8.1 और LF.7 को Variants Under Monitoring घोषित किया है। इनमें उच्च ट्रांसमिशन क्षमता की संभावना बताई गई है।
भारत में कोविड की स्थिति: 26 मई 2025 तक के आंकड़े
कुल सक्रिय मामले: 257,राज्यवार प्रमुख मामले: केरल: 95, तमिलनाडु: 66, महाराष्ट्र: 56, अधिकांश मामलों में हल्के लक्षण देखे गए, अस्पताल में भर्ती की जरूरत नहीं पड़ी।
बुजुर्गों और जोखिम समूहों को विशेष सतर्कता की सलाह
उच्च जोखिम वाले समूह: बुजुर्ग, पहले से बीमार व्यक्ति। सलाह-बूस्टर डोज जरूर लें।मास्क का प्रयोग करें। भीड़-भाड़ से बचें।
JN.1 वेरिएंट: भारत में सबसे प्रमुख कोविड स्ट्रेन
उत्पत्ति: BA.2.86 लाइनेज (पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया) 30+ म्यूटेशन्स, खासकर स्पाइक प्रोटीन में, जिससे यह इम्यून सिस्टम को चकमा दे सकता है। S:L455S म्यूटेशन इसे और अधिक संक्रामक बनाता है।
सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की सिफारिशें
भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें। सामाजिक दूरी बनाए रखें। नियमित हाथ धोते रहें। लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और डॉक्टर से मिलें।
बड़े स्तर पर फैलने की आशंका कम लेकिन सतर्क रहना जरूरी
विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल भारत में बड़े पैमाने पर प्रकोप की संभावना नहीं है। लेकिन सावधानी ही सुरक्षा है — यही सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। WHO ने भी बूस्टर डोज को प्राथमिकता देने की सिफारिश की है।