मुख्य बातें: जाले के लतराहा दोघरा महावीरी झंडा महोत्सव के पांच महावीरी झंडा का पूजा अर्चना करते श्रद्धालुओं की भीड़। जाले के लतराहा दोघरा झंडा महोत्सव स्थल पर सदर एसडीओ चंदुमा अत्रि एसडीपीओ अमित कुमार, सीओ राकेश कुमार व अन्य। महावीरी झंडा महोत्सव स्थल पर पुलिस निरीक्षक थानाध्यक्ष के साथ जिला से पहुंचे पुलिस पदाधिकारी। महावीरी झंडा महोत्सव में बांस के बने विशेष वाद्य यंत्र झड़नी के लय पर बजरंगबली के गुणगान गाते कलाकार।
अरूण कुमार पाठक जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। सीतामढ़ी दरभंगा जिला के सीमा पर आयोजित जिला ही नहीं राज्य का चर्चित लतराहा दोघरा महावीर झंडा महोत्सव मंगलवार को भारी पुलिसिया सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हो (Mahavira flag captivated in Jale Latraha) गया।
इस अवसर पर सदर अनुमंडलाधिकारी चंदमा अत्रि सदर एस डी पी ओ अमित कुमार मौजूद पुलिस पदाधिकारी को विधि व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक एवम पुलिस पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
जाले थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी एवम अंचलाधिकारी राकेश कुमार बीपीआरओ रूपेश कुमार श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी आदि की ओर से महोत्सव स्थल समेत दो किलोमीटर के परिधि में चप्पे चप्पे पर दंडाधिकारी के साथ सशस्त्र पुलिस बल की तैनात किया गया था।
दोघरा के बेसिक स्कूल एवम बृजकिशोर आश्रम के मैदान में दंगारोधी वाहन अग्निशमन दस्ता वाहन महोत्सव स्थल के निकट रैपिड एक्सन फोर्स की तैनात किया गया है। महोत्सव स्थल के चारों ओर की सड़क पगडंडी आदि से महोत्सव स्थल की ओर श्रद्धालुओं का महोत्सव स्थल पर अनवरत आने का सिलसिला जारी था।
जयशिव जयशिव बजरंगबली के गंगनभेदी नारों के साथ सीतामढ़ी जिला के बोखरा थाना क्षेत्र सहित दोघरा, लतराहा, चकमिल्की, एवम नगरडीह गांव से इस स्थल पर गाजे बाजे जूलुस के साथ महावीरी झंडा पहुंचा।
वहीं लताराहा गांव से 161 फीट ऊंचा 101 तल्ले में विराजे विभिन्न देवी देवताओं की मूर्ति के साथ यहां के झंडा समिति के अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार के नेतृत में सैकड़ों लोगों का जूलूस जै शिव जै शीव बजरंगबली की जयकारा के साथ झंडा स्थल पर पहुंचकर विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोचारण के साथ झंडा को स्थापित किया गया।
वहीं, सीतामढ़ी जिला के बड़ी सौरिया गांव से गगनचुंबी महाबली झंडा सामाजिक कार्यकर्ता रामलाल कुशवाहा के नेतृत्व में झंडा स्थल पर पहुंचा, नगरडीह गांव से सैकड़ों की संख्या में जय शिव जय शिव के जगनभेदी नारा के साथ 51 फीट ऊंचा महावीर झंडा को लेकर उक्त झंडा को भी झंडा स्थल की वेदी के बगल में स्थापित किया।
नाचते हुए एक दूसरे के झड़ने से समवेत स्वर निकालते हुए एक स्वर से निकले भक्ति गीत मनोरम दृश्य उपस्थित कर रहा था।