ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से जारी नामांकन सूची एवं परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर आंदोलन थम नहीं रहा है। शुक्रवार को भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बेगूसराय जीडी कॉलेज के प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया।
मौके पर जिला संयोजक सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन किस आरक्षण रोस्टर का पालन करती है, यह समझ से परे है। पीजी के चतुर्थ चयन सूची में जूलॉजी विषय में 22 छात्र-छात्राओं का नाम जारी किया गया, जिसमें एक भी सामान्य कोटि के छात्र नहीं है।
इतनी भारी चूक का खामियाजा छात्र-छात्रा भुगत रहे हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन चैन की नींद ले रही है। कई विषयों में सामान्य कोटि के छात्र छात्राओं के साथ भेदभाव किया गया है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आदित्य राज एवं जिला एसएफडी प्रमुख अंशु कुमार ने कहा कि विगत दिनों कला संकाय का परीक्षा परिणाम जारी किया गया। छात्र-छात्राओं ने किसी अन्य विषय में परीक्षा दिया, लेकिन उनका परिणाम किसी अन्य विषय में जारी किया गया। इस प्रकार की त्रुटि विश्वविद्यालय की ओर से हो रही है तो निश्चित ही कर्मचारी नशे की हालत में परीक्षा परिणाम तैयार करते हैं।
विद्यार्थी परिषद ऐसे परीक्षा नियंत्रक एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से नैतिक आधार पर इस्तीफा की मांग करती है जीडी कॉलेज इकाई अध्यक्ष कुमार अमन एवं नगर सह मंत्री शांतनु कुमार ने कहा कि आज जब एक महीने बाद शिक्षक पठन-पाठन कार्य के लिए आए तो भूगोल विभाग में चोरी का मामला सामने आया। कल विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की साइकिल सीसीटीवी कैमरे से दस कदम की दूरी पर चोरी हुई।
परिसर सीसीटीवी कैमरे से लैस है, लेकिन चोर लगातार कॉलेज की सुरक्षा को ठेंगा दिखाकर खुलेआम चोरी कर रहे हैं, विगत एक वर्ष में दस बार से अधिक चोरी हो चुकी है और कॉलेज प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है। यदि महाविद्यालय परिसर की सुरक्षा प्राचार्य से नहीं हो पा रही है तो अविलंब महाविद्यालय से चले जाएं।