बिहार के पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी, पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय और झारखंड के इनके समकक्ष अजय कुमार सिंह अब मिलकर आपसी समन्वय के साथ रणनीति बनाकर अपराध के खिलाफ मिलकर संयुक्त अभियान चलाएंगे। तीनों डीजेपी के बीच सहमति बनी कि आपसी समन्वय से राज्यों की सीमा पर सख्ती बरता जाए।
अपराध रोकने के लिए राज्यों की सीमा से सटे जिले के एसपी, डीआइजी व थानेदार हर माह अभियान की समीक्षा करेंगे। इसमें खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान भी होगा।
इससे पहले भी अपराध व नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए पांच राज्यों के डीजीपी व अन्य सीनियर पुलिस पदाधिकारियों ने आपसी समन्वय पर बैठक की थी। बैठक में रणनीति बनाई गई कि सभी मिलकर संयुक्त अभियान चलाएंगे। पूर्वी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता तत्कालीन बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने की थी। बैठक में झारखंड के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़, बंगाल व ओडिशा के डीजीपी मौजूद थे। सहमति बनी कि आपसी समन्वय से राज्यों की सीमा पर सख्ती हो।
समन्वय का नतीजा है कि बिहार, छत्तीसगढ़ व ओडिशा सीमा पर खुफिया सूचनाओं का बड़ा लाभ मिल रहा है। बूढ़ा पहाड़ पर चल रहा आपरेशन आक्टोपस इसका उदाहरण है, जिसमें सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। साइबर अपराध व महिलाओं से होने वाले अपराध को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों में चल रहे अभियान की सबने जानकारी ली, ताकि जहां सुधार व सख्ती की जरूरत हो, वहां उसे प्रयोग में लाया जा सके।
अब नई खबर यह है कि बिहार के पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी, पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय और झारखंड के इनके समकक्ष अजय कुमार सिंह तीनों डीजेपी ने मंगलवार को संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कोलकाता के भवानी भवन स्थित राज्य पुलिस मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब तीनों वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि बिहार, बंगाल और झारखंड पुलिस मिलकर अपराध नियंत्रण के लिए पहले भी काम करते रहे हैं और आगे और अधिक सक्रियता से करेंगे।
बिहार के पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी ने कहा कि अवैध हथियारों की सप्लाई और कारखानों पर हमारी पैनी नजर है। पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में इस प्रकार की खबरें आती रहती हैं। हमलोग उस पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। आने वाले समय में जल्द ही इस पर प्रतिबंध लगेगा।
झारखंड के डीजी अजय कुमार सिंह ने कहा कि साइबर क्राइम को लेकर हम तीनों राज्यों के बीच विस्तृत चर्चा हुई है। जामताड़ा में साइबर क्राइम का केंद्र बिंदु रहता है। इससे तीनों राज्य परेशान हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए हम लोग विशेष तौर पर मुहिम चला रहे हैं। आने वाले समय में साइबर क्राइम को कंट्रोल कर लिया जाएगा।