गया जिले में 78 दिनों बाद फिर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। वैसे ही, पिछले कुछ दिनों से स्वाइन फ्लू और एच3एन2 के मामले को लेकर लोगों के बीच चिंता का विषय बना हुआ है।
इधर, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) में इलाजरत मरीज की कोरोना जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से स्वास्थ्य प्रशासन में हड़कंप है। मरीज टीबी पीड़ित है। लेकिन, इससे पहले भी गत चार जनवरी को थाईलैंड और कंबोडिया के दो विदेशी संक्रमित मिले थे। इसके बाद से प्रशासन ने इससे निबटने के कड़े इंतजाम किए थे।
इसके साथ ही पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस कड़ी में कोरोना का नया पॉजिटिव केस गया से सामने आया है। गया के सेंट्रल जेट में एक कैदी कोविड (Covid) पॉजिटिव पाया गया है। पिछले 21 मार्च को गया सेंट्रल जेल से टीबी के 60 वर्षीय कैदी को इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के अनुसार, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फिर एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। गया सेंट्रल जेल से टीबी के 60 वर्षीय कैदी को इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसी दिन कोविड जांच के लिए सैंपल लिया गया था। जांच की रिपोर्ट आने के बाद यह कोरोना संक्रमित पाया गया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है।
इधर कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी किया गया है। उसके अनुसार अस्पताल के सभी चिकित्सक, कर्मी और मरीजों के लिए अस्पताल परिसर में मास्क अनिवार्य कर दिया गया था। वहीं टीबी के एक मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
जिस दिन कैदी को इलाज के लिए लाया गया था उसी दिन कोविड जांच के लिए सैंपल लिया गया था। जांच की रिपोर्ट अब आई। इसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप है। इस वर्ष अंतिम बार चार जनवरी को थाईलैंड और कंबोडिया के दो विदेशी संक्रमित मिले थे। अब करीब 78 दिनों के बाद बुधवार को कोरोना का पहला संक्रमित मरीज मिला है।
वहीं, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) के अधीक्षक श्रीप्रकाश सिंह ने बताया कि यहां स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन से सभी चिकित्सक, कर्मी काम कर रहे हैं। मरीजों के लिए अस्पताल परिसर में मास्क अनिवार्य कर दिया गया था। टीबी के एक मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सभी गाइडलाइन का अनुपालन करें।