भारत-नेपाल सीमा से सटे पूर्वी चंपारण जिले के पलनवा थानाक्षेत्र के भेलाही बाजार में बुधवार की देर रात डकैती हुई। बेखौफ डकैतों ने बम विस्फोट और फायरिंग करते हुए व्यवसायी के घर से 15 लाख नकद और आभूषण समेत 50 लाख की संपत्ति लूट ली।
जानकारी के अनुसार,ले के नेपाल सीमा से जुड़े प्रखंड क्षेत्र में कच्छा बनियान गैंग के डकैत कहर बरपा रहे है।गिरोह ने बीते पांच दिन में डकैती की चार घटना को अंजाम देकर पुलिस के सामने चुनौती खड़ा कर दिया है।
बीते पांच दिनों के भीतर डकैती की यह चौथी घटना है। पहली घटना घोड़ासहन में मोतिहारी कॉपरेटीव बैंक अध्यक्ष अरुण सिंह के यहां हुई थी,दूसरी घटना सोमवार को रक्सौल के महदेवा में व्यवसायी अरुण सिंह के घर हुई।
डकैतों ने बुधवार की रात भेलाही बाजार में स्थित कारोबारी धनंजय प्रसाद गुप्ता के घर को अपना निशाना बनाया। बुधवार की देर रात जब घर के लोग गहरी नींद में सो रहे थे डकैतों ने गैस कटर की मदद से घर के दरवाजे को काट दिया और घर में घुस गए। घर में घुसने के बाद डकैतों ने परिवार के लोगों को बंधक बना लिया और जमकर लूटपाट की। डकैतों ने कच्छा और बनियान पहन रखा था।
तीसरी घटना बुधवार को ही घोड़ासहन के श्रीपुर में वार्ड सदस्य पिंकी कुमारी के यहां हुई। जहां डकैतों ने महिला वार्ड सदस्य के साथ मारपीट भी किया है,और चौथी घटना भेलाही में धनंजय गुप्ता के यहां हुई है। लगातार नेपाल से सटे क्षेत्र में डकैती की वारदात से पूरे सीमाई इलाके में दहशत का आलम है,लोग रात भर सो नहीं पा रहे हैं।
ताजा मामला इंडो-नेपाल सीमा क्षेत्र का है, जहां डकैतों ने डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। डकैतों ने एक कारोबारी के घर को निशाना बनाते हुए 15 लाख कैश समेत करीब 50 लाख की संपत्ति लूटकर फरार हो गए। इस दौरान डकैतों ने ताबड़तोड़ बम धमाके और फायरिंग की, जिससे पूरा इलाका दहल गया। घटना पलनवा थानाक्षेत्र के भेलाही बाजार की है।
डकैत गिरोह ने बीते बुधवार की देर रात एक बजे रक्सौल प्रखंड के भेलाही बाजार के प्रमुख व्यवसायी धनंजय गुप्ता के घर डकैती की घटना को अंजाम देते हुए 15 लाख नकद,सोने चांदी के आभूषण और अन्य कीमती सामान सहित करीब 50 लाख से ज्यादा की संपत्ति लूट लिया है।
पीड़ित परिजन के अनुसार डकैत कच्छा बनियान पहने 50 से ज्यादा की संख्या में थे।सबके हाथों में खुखरी,राॅड बंदूक व पिस्तौल था,जो बाउंड्री पार कर कैंपस में घुसे और तीन गेट को गैस कटर से काटते हुए घर में प्रवेश किये।
इस बीच गृह स्वामी के की नींद टूटी और वे कॉल करते,तब तक डकैत धनंजय उनकी पत्नी, दो बेटी, एक बेटा को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर करीब एक घंटे तक जमकर लूटपाट किया।
सभी डकैत 20 से 25 साल के थे और सबने कच्छा-बनियान पहन रखा था। डकैती के दौरान बदमाशों ने गृहस्वामी को बंधक बनाने के साथ उनका मोबाइल छीन लिया और घर में लगे सीसीटीवी का तार काट दिया। जिससे उनकी पहचान नहीं हो सके।
वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस को देख बदमाशों की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गई। पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई के बाद बदमाश भाग निकले। हालांकि, लूटी गई राशि नहीं मिल सकी।
गृह स्वामी ने बताया कि मोबाइल छीनते हुए सीसीटीवी के तार काट दिये।हालांकि भेलाही ओपी पुलिस टीम को सूचना मिली,जिसने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला तो डकैत ने बम बारी शुरू कर दी।
पुलिस ने भी जवाबी कर्रवाई करते हुए एक दर्जन राउंड फायरिंग की।लेकिन,डकैत घर की दीवार और पेड़ की ओट में छुप कर बम विस्फोट और फायरिंग करते हुए नेपाल की ओर भाग निकले।
मुठभेड़ के दौरान डकैतों के फेंके गए बम के छर्रा से एक स्कार्पियो गाड़ी के साथ दो ग्रामीण वाल्मीकि प्रसाद (55) और महावीर प्रसाद (33) को भी नुकसान पहुंचाया। हालांकि दोनो खतरे से बाहर हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद भेलाही ओपी के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शंभु प्रसाद महज सात आठ की संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे और डकैतों को ललकारा।
हालांकि इस क्षेत्र में एसएसबी की भेलाही धोरे रोड,मुशहरवा व पुरंद्रा में कैंप मौजूद है।अगर सब मिलकर प्रतिकार करते तो डकैतों का बचना मुश्किल था। लेकिन उनकी भूमिका निष्क्रिय रही।
कांड की सूचना पर एसपी कांतेश कुमार मिश्रा,डीएसपी धीरेंद्र कुमार,इंस्पेक्टर नीरज कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी यहां पहुंचे और स्थलीय निरीक्षण किया।साथ ही डकैत निरोधक टीम का गठन करते हुए पुलिस अधिकारियों को अग्रेतर कर्रवाई करने का निर्देश दिया।