दीपक कुमार, गायघाट देशज टाइम्स। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद ओपी पुलिस को अहम सफलता मिली, बताया गया कि चोरी किया हुआ ट्रैक्टर जिले के विभिन्न जगहों से बरामद किया (tractor-stolen-in-muzaffarpurs-benibad) गया।
इसमे कई शातिर चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस पूरे मामले का उद्भेदन करने में बेनीबाद पुलिस ने कई घंटों तक छापेमारी की तब जाकर अलग अलग जगहों से पांच शातिर चोर को चोरी के ट्रैक्टर के साथ हिरासत में लिया गया है जिससे पूछताछ जारी है।
ओपी अधिकारी रघुनाथ पासवान ने बताया कि विभिन्न थाना क्षेत्रों से छापेमारी के दौरान 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमे से 3 लोगो ने अपनी संलिप्ता स्वीकार की है, जबकि 2 व्यक्ति से पुलिस शक के आधार पर पूछताछ कर रही है।
ऐसे मिली सफलता
बेनीबाद ओपी पुलिस ने ओपी क्षेत्र के रमौली से टैक्टर चोरी के आरोप में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ किया, उसी के आधार पर तकरीबन 15 घंटे से ज्यादा छापेमारी कर सफलता हासिल की. बात दें कि इस पूरे कारवाई में एक आरोपी के निशानदेही पर बेनीबाद पुलिस ने मैठी टोल प्लाजा के आसपास से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया जिसके पास से ट्रैक्टर का ढाला बरामद हुआ।
वहीं, दूसरी छापेमारी अहियापुर थाना क्षेत्र में की गई जहा चोरी की गई ट्रैक्टर का इंजन बरामद किया गया जहां से पुलिस ने एक अन्य व्यक्ति को धर दबोचा.
बीतें दिन ओपी क्षेत्र के रमौली निवासी अशोक राय के दरवाजे से उनकी ट्रैक्टर चोरी हो जाती है, जिसकी सूचना और अज्ञात चोरों के खिलाफ लिखित आवेदन दिया जाता है, जिसके बाद पुलिस सक्रिय होकर चोरों की तलाश और गायब हुए ट्रैक्टर की खोजबीन में जुट जाती है. इसी क्रम में पुलिस ने रमौली से एक युवक को शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ करती जिसके बाद पुलिस इस पूरे मामले का उद्भेदन कर पाती है.
इस तरह चोरी की घटना को दिया अंजाम
इस पूरे घटना में रिकवरी एजेंट की भी अहम भूमिका है, बताया गया की रिकवरी एजेंट को पकड़ने में पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी आखिरकार उक्त चोर को भी धर दबोचा। इसके बाद पुलिस ने ट्रैक्टर का इंजन बरामद किया. स्थानीय युवक के सहयोग से ट्रैक्टर की चोरी की जाती है फिर अलग अलग जगहों पर ट्रैक्टर का पार्ट रखता है ताकि पुलिस को चोरी का कोई भी सुरगा नही मिल पाए.
बताया गया कि इस पूरे कार्रवाई में बेनीबाद ओपी एएसआई चंद्रभूषण सिंह, मुंशी चंदन कुमार सागर, प्रभारी ओपी रघुनाथ पासवान साथ ही अवकाश पर रहते हुए भी ओपी प्रभारी अभिषेक कुमार ने तकनीकी अनुसंधान कर छापेमारी करने गई पुलिस की लगातार मदद करते रहे. पुलिस को ये सफलता तकरीबन 15 घंटों की छापेमारी में मिली.