बिहार से चार अधिकारियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक 2023 से सम्मानित किया गया है। इसमें बेतिया के डीआईजी जयंत कांत, शेखपुरा के एसपी कार्तिकेय शर्मा, एसटीएफ के एसपी संतोष कुमार और मुंगेर के हवेली खड़कपुर के एसडीपीओ राकेश कुमार को सम्मानित किया गया।
अन्वेषण में उत्कृष्टता के लिए बिहार पुलिस के चार अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक, 2023 से सम्मानित किया गया है।
जानकारी के अनुसार,आपराधिक मामलों में बेहतर अनुसंधान के लिए देश के विभिन्न राज्यों से 140 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक 2023 से सम्मानित किया गया। सबसे अधिक 15 पदक प्राप्त करने वाले अधिकारी सीबीआई से हैं। राज्यों में यूपी पुलिस के 10 अधिकारियों को सम्मानित किया गया है। इसके बाद केरल और राजस्थान से 9-9 अधिकारी सम्मानित हुए हैं।
इसमें, बिहार के चार पुलिस पदाधिकारियों को उनके बेहतर कार्य के लिए केंद्रीय गृहमंत्री मेडल से सम्मानित किया गया है। इसमें चंपारण क्षेत्र के DIG जयंतकांत के साथ, शेखपुरा के एसपी कार्तिकेय शर्मा, एटीएस के एसपी संतोष कुमार और खड़गपुर हवेली के डीएसपी राकेश कुमार शामिल हैं। सभी चारों अधिकारियों को बेहतर इन्वेस्टिगेशन के लिए यह मेडल दिया गया है।
जानकारी के अनुसार चंपारण क्षेत्र के DIG जयंतकांत को गृह मंत्री मेडल साइबर क्राइम के एक बड़े मामले के उद्भेदन में दिया गया है। मुजफ्फरपुर में एसएसपी रहते जयंतकांत ने सिम स्वैपिंग के बड़े रैकेट का खुलासा किया था।
पुलिस जांच के क्रम में पंजाब नेशनल बैंक के मोबाइल बैंकिंग सॉफ्टवेयर में एक तकनीकी गड़बड़ी पकड़ी गई थी। बाद में पटना उच्च न्यायालय ने पंजाब नेशनल बैंक को जयंत कांत के साथ बात कर इस तकनीकी खामी को दूर करने का आदेश दिया था।
इस मामले के अनुसंधान के क्रम में 3 करोड़ रुपए जब्त किए गए और पांच अलग-अलग जिलों में दर्ज किए गए बारह कांडों का उद्भेदन किया गया।
कार्तिकेय शर्मा को डकैती के दौरान ह’त्या करने के एक मामले को 15 दिनों में सुलझाने के लिए सम्मानित किया गया है। बरबीघा में डकैती के दरम्यान 17 साल के युवक की हत्या कर दी गई थी। तब IPS कार्तिकेय शर्मा वहां SP थे।
महज 15 दिनों के अंदर 6 अपराधियों को पकड़ा। एक फरार अपराधी के संपत्तियों की कुर्की-जब्ती की। साथ ही स्पीडी ट्रायल के जरिए अपराधियों को सजा दिलाई गई।
वहीं आईपीएस संतोष कुमार को शिवहर में एसपी रहते हुए एक दुष्कर्म और हत्या के मामले का खुलासा करने के लिए सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने वाले डीएसपी राकेश कुमार भी उस वक्त शिवहर में ही एसडीपीओ के पद पर कार्यरत थे।
दोनों ने एक नाबालिग बच्ची के दुष्कर्म व हत्या के बाद एक महीनें से कम समय में जांच कर, 19 महीने में आरोपियों को सजा दिलाई थी।