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5 दिसम्बर, 2024
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जेल में कैदियों के बीच हिंसक झड़प, जमकर मारपीट में एक कैदी की मौत…पत्नी बोली यह साजिशन हत्या है…

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खगड़िया जेल में हिंसक झड़प हुई है। कैदियों के बीच जमकहर हुई मारपीट में एक बंदी की मौत हो गई है। कैदी सहरसा का राजन कुमार खगड़िया जेल के वार्ड नंबर 23 में बंदी के रूप में रह रहा था, जहां मारपीट में उसकी मौत हो गई है। इधर, राजन की पत्नी ने कहा है कि यह साजिशन हत्या है। इसकी सही से जांच होनी चाहिए।

मामले को लेकर जेल अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सोमवार की रात जेल में मारपीट हुई। कैदी ‌राजन कुमार को सदर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पढ़िए पूरी खबर

खगड़िया मंडल कारा में बीते सोमवार की देर रात्रि बंदियों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान जख्मी बंदी राजन कुमार को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है।

मृतक बंदी की पहचान सहरसा के जिले के सोनवर्षा राज अंतर्गत बन्नी बासा के रहने वाले राजन कुमार के रुप में की गई है। वह खगड़िया जिले के बेलदौर थाना के लूट कांड के एक मामले का आरोपी था। 6 दिसंबर 22 को खगड़िया मंडल कारा आया था।

बताया जाता है कि उसका विवाद बेलदौर थाना क्षेत्र के दिघौन‌ के प्रमोद चौधरी से था।  प्रमोद चौधरी भी खगड़िया जेल में बंद है। राजन कुमार खगड़िया जेल के वार्ड नंबर 23 में बंदी के रूप में रह रहा था, जहां मारपीट की घटना होने की सूचना है।

मामले को लेकर जेल अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सोमवार की रात जेल में मारपीट हुई। कैदी ‌राजन कुमार को सदर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले की जांच होगी। उसके बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है।

इधर, खगड़िया सदर एसडीओ अमित अनुराग ने बताया कि जेल के किसी बंदी की मृत्यु की सूचना है। हालांकि, मौत कैसे हुई, यह जांच के बाद ही सामने आएगा।

वहीं,राजन की पत्नी जूली ने बताया कि 3-4 महीने खगड़िया जिले में मोटरसाइकिल छिनतई के एक मामले में शक के आधार पर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। खगड़िया पुलिस के दबाव में उसने आत्मसमर्पण कर दिया था। तब से वह खगड़िया जेल में बंद था।

जूली ने कहा कि प्रशासन का कहना है कि कैदियों के बीच झड़प और मारपीट में वह घायल हो गया था लेकिन अगर ऐसी बात थी तो हमें क्यों नहीं बताया गया। अस्पताल में भर्ती कराने बात क्यों परिवार से छुपायी गई। उसके पति को जान-बूझकर मार डाला।

जूली ने अपने पति की मौत के लिए सीधे तौर पर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना है कि एक दिन पहले ही उसके पिताजी उससे जेल में मिलने गए थे लेकिन तब जेल प्रशासन ने मिलने नहीं दिया। अब आज सुबह बताया जा रहा है कि उसकी मौत हो गई। जरूर प्रशासन की मिलीभगत से जेल में उसकी पति की हत्या कराई गई है। पहले भी जेल में कैदी की हत्या का मामला सामने आ चुका है। मैं सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करती हूं।

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