आकिल हुसैन, मधुबनी देशज टाइम्स। मधुबनी। चिकित्सकों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल में सभी आउटडोर बंद रहे। जिससे सभी मरीजों को निराश लौटना पड़ा। आउटडोर केटीबी वार्ड, मेडिकल वार्ड,गाइनिक वार्ड,सर्जिकल वार्ड,डेंटल वार्ड, चर्मरोग विभाग सहित अन्य सभी विभाग बंद रहे।
आउटडोर बंद रहने से काफी संख्या में मरीज मायूस रहे। एसएनसीयू में मरीजों का इलाज जारी रहा। शिशु रोग विशेषज्ञ डा.प्रमोद कुमार बच्चों का इलाज कर रहे थे। बेड के अभाव में वो एक बेड पर दो दो बच्चों का इलाज कर रहे थे। तीन बेड खराब रहने के कारण बच्चों को रखने में काफी परेशानी हो रही है।
तीन रेडियेंट वार्मर भी काम नहीं कर रहा है। एसएनसीयू में एसफेक्सिया ( सांस लेने की तकलीफ ),कम वजन वाले बच्चे व जौंडिस से पीडि़त बच्चों का इलाज चल रहा है।
फर्जी शिक्षक मामले में गिरफ्तारी नहीं, आक्रोश,
बीइओ व वेतन विपत्रकर्मी पर दर्ज है एफआईआर
बेनीपट्टी। मधवापुर के फर्जी शिक्षक बहाली व वेतन भुगतान के मामले में अब तक पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त हो रहा है।मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी राघवेंद्र रमण के द्वारा इस मांग को लेकर धरना भी दिया जा चुका है। वही अन्य संगठन के द्वारा भीबीइओ व वेतन विपत्र कर्मी के गिरफ्तारी की मांग की जाती रही है। माना जा रहा है कि इस फर्जीवाड़ा का मुख्य सूत्रधार बीइओ उमेश बैठा फरारी केदौरान सारे सबूत को नष्ट कर सकता है। सबूत के नष्ट होने पर पुलिस के समक्ष एक नई चुनौती हो सकती है। बावजूद, अब तक बीइओ की गिरफ्तारीनहीं हो सकी है। हालांकि, गत पांच दिन पूर्व एएसपी कामिनी बाला ने कांड के पर्यवेक्षण के लिए मधवापुर के बीआरसी पहुंची तो कर्मियों से बीइओ केउपस्थित होने की बात कही थी। लेकिन, सूत्रों की माने तो बीइओ गिरफ्तारी के संभावना को देखते हुए भूमिगत हो चुके है। वही, वेतन विपत्र कर्मी भीलगातार गायब नजर आते है। बताया जा रहा है कि वेतन विपत्र कर्मी लगातार क्षेत्र बदल-बदल कर रहते है। गिरफ्तारी के भय से मोबाइल को भी बंदकिये हुए है। बता दे कि करीब 20 दिन पूर्व डीपीओ(स्थापना) राजेश कुमार सिन्हा के द्वारा 37 फर्जी शिक्षको के खिलाफ सर्टिफिकेट केस बेनीपट्टीअनुमंडल में दायर कर दिए है। सभी शिक्षको पर करीब 78 हजार वसूली के लिए केस दायर किया गया है। इन सब के बीच अभी भी बीइओ व वेतनविपत्र कर्मी के गिरफ्तारी नहीं होने की चर्चा हर जगह की जा रही है। बताया जा रहा है कि बीइओ हाल में ही अवकाशप्राप्त भी करने वाले है। गौरतलबहै कि मधवापुर में शिक्षा माफिया व अधिकारी के गठजोड़ से करीब सवा सौ लोगों को फर्जी शिक्षक में बहाली की गई। इन शिक्षको में रसूखदार करीब39 फर्जी शिक्षको को विभाग के द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर वेतन भी भुगतान कराए गए है। उक्त फर्जीवाड़ा की खबर जब मीडिया मेंप्रकाशित होने लगी तो पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। आवेदक रवि झा ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर जांच की मांग की। जिसके आलोक में गतनौ जनवरी को डीएम ने बेनीपट्टी एसडीएम मुकेश रंजन, डीईओ श्रीराम कुमार व एसडीपीओ पुष्कर कुमार के देखरेख में जांच समिति गठित कररिपोर्ट तलब की। जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर गत 26 मार्च को तत्कालीन डीईओ श्रीराम कुमार ने नगर थाना में बीइओ व वेतन विपत्र कर्मी केखिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
You must be logged in to post a comment.