जबलपुर। जबलपुर में नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन मामले में एसआईटी और जबलपुर की ओमती थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां ओमती थाना पुलिस ने सिटी अस्पताल के संचालक और मामले के मुख्य आरोपित सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी जसमीत मोखा और अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री शुक्ला को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर मामले की जांच में सहयोग न करने और साक्ष्य छुपाने का आरोप है।
एसआईटी को यह पुख्ता सबूत मिले हैं कि मौका की पत्नी जसमीत और सिटी हॉस्पिटल की मैनेजर सोनिया खत्री इस पूरे गोरखधंधे में मोखा की अहम राजदार रही है। पुलिस लगातर बीते कई दिनों से घर के लोगों से मामले की जानकारी ले रही थी, लेकिन जांच में सहयोग न करने और कई अहम साक्ष्यों को छुपाने पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है।
मौखा की पत्नी और सिटी हॉस्पिटल की मैनेजर दोनों पर नकली रेमडेसिविर मामले में सबूत मिटाने के भी आरोप है। मामले की जांच कर रही पुलिस की एसआईटी के सदस्य और जबलपुर के एडिशनल एसपी रोहित कासवानी का कहना है कि मौखा की पत्नी और हॉस्पिटल की मैनेजर के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है और अब उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
मोख के बेटे की तलाश में जुटी पुलिस
इधर, पुलिस ने मोखा के बड़े बेटे हरकरण मोखा की तलाश तेज कर दी है। उसकी तलाश में पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है। आपको बता दें कि हरकरण मोखा पर इस काले खेल में नकली आईडी का उपयोग करने का आरोप है। इसी फेक आईडी के जरिए उसने रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे। लिहाजा अब मोखा परिवार के तीन लोग पुलिस की जांच का हिस्सा बन गए है।
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