भारत फिर बना संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना आयोग (India becomes member of United Nations Peacekeeping Commission) का सदस्य, 2025-2026 के लिए चुना गया
भारत को संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना आयोग (Peacebuilding Commission – PBC) के सदस्य के रूप में 2025-2026 के लिए फिर से चुना गया है। भारत का मौजूदा कार्यकाल 31 दिसंबर 2024 को समाप्त हो रहा था।
भारत की भूमिका और योगदान:
- स्थायी योगदानकर्ता:
भारत PBC के संस्थापक सदस्य और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध एक प्रमुख योगदानकर्ता है। - शांति सेना में योगदान:
- भारत संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में 6,000 से अधिक सैन्य और पुलिसकर्मियों को तैनात कर चुका है।
- ये कर्मी अबेई, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, साइप्रस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लेबनान, पश्चिम एशिया, सोमालिया, दक्षिण सूडान, और पश्चिमी सहारा जैसे संकटग्रस्त क्षेत्रों में तैनात हैं।
- शांति अभियानों में 180 भारतीय शांति सैनिकों ने अपने कर्तव्य के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया है, जो कि किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक है।
- महत्वपूर्ण योगदान:
भारत, वित्तीय और सैन्य दृष्टिकोण से, शांति स्थापना आयोग में लगातार अपनी भूमिका निभाता आया है।
शांति स्थापना आयोग के बारे में:
- यह एक 31 सदस्यीय निकाय है जिसमें देशों का चुनाव महासभा, सुरक्षा परिषद, और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) द्वारा किया जाता है।
- इसमें वे देश भी शामिल हैं जो शीर्ष सैन्य और वित्तीय योगदान देते हैं।
भारत की प्रतिबद्धता:
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने कहा है कि भारत वैश्विक शांति और स्थिरता की दिशा में काम करने के लिए आयोग के साथ अपने जुड़ाव को जारी रखेगा।
यह चुनाव भारत की शांति स्थापना में मजबूत भूमिका और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी विश्वसनीयता को दर्शाता है।
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