बिहार का शराबबंदी कानून एकबार फिर यूपी चुनाव में बड़ा सवाल बनकर सामने है। पहले बिहार में शराबंदी पर विपक्ष हमलावर था।
अब बिहार में शराबबंदी कानून पर नीतीश कुमार की सरकार में शामिल उनके सहयोगी दल भी सवाल उठा रहे हैं और पूरे प्रकरण को यूपी चुनाव से जोड़कर नीतीश कुमार पर सीधा हमलावर हैं। बीजेपी वाले यह कतई किसी भी मंच पर नहीं जताना भूल रहे कि वह बिहार में जदयू के बड़े भाई हैं ही यूपी में उनके…हैं?
यूपी चुनाव से पहले अब दोनों जदयू-बीजेपी में स्तरहीन संवाद शुरू हो गए हैं। बीजेपी का यूपी चुनाव से पहले जदयू पर बड़ा तंज सामने आया है। कहा, नीतीश का खटारा मॉडल योगी के सामने नहीं टिकेगा…क्या शराबबंदी के फेल मॉडल से हमसे टकराओगे…चूर-चूर हो जाओगे क्योंकि…ये योगी मॉडल…? पढ़िए पूरी खबर
शराबंदी की समीक्षा की मांग करते थक चुके बीजेपी के कद्दावर से लेकर आम कार्यकर्ता शराबबंदी कानून पर नीतीश कुमार को बुरी तरह से घेर लिया है। इससे कुमार अब बिल्कुल ही अलग-थलग दिख रहे हैं। खासकर इस यूपी इलेक्शन में तो सीधा वज्रपात ही हो रहा है नीतीश कुमार पर जब अपने ही मजाक पर उतारू हो गए हैं।
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शराबबंदी कानून पर बार-बार बयान देकर नीतीश कुमार को घेरने की कोशिश में जुटे ही हैं। यहां तक कहा डाला, बिहार में शराबबंदी कानून फेल है। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।
कहा था कि बिहार के कई इलाकों में शराब की बिक्री हो रही है। स्थानीय स्तर पर मिलीभगत के कारण शराब पीने-पिलाने का दौर जारी है। डॉ. जायसवाल ने कहा, शराबबंदी को पुन: देखने की जरूरत है। उन्होंने शराबबंदी की समीक्षा करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिला नालंदा में जहरीली शराब पीने से छह लोग क्या मरे पूरा मामला ही यूपी चुनाव के ईद-गिर्द पहुंच गया। मुख्यमंत्री विपक्ष के साथ सहयोगी दल के नेताओं के भी टारगेट पर हैं। बीजेपी के कद्दावर नेता सह प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (Prem Ranjan Patel) ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून हास्यास्पद हो गई है। उन्होंने कहा, शराब माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
कानून के बावजूद कैसे बिक रही शराब?
जहरीली शराब से मौत मामले पर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि घटना बेहद दुखद है। लेकिन शराबबंदी के बावजूद शराब की बिक्री कैसे हो रही है, सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। बार-बार हम लोग कह रहे हैं कि कानून की समीक्षा होनी चाहिए। कहीं ना कहीं त्रुटि हो गई है। प्रशासन सचेत नहीं है। वो केवल आम लोगों को पकड़ता है। वहीं, माफियाओं को बचाने का काम चल रहा है।
अब उत्तर प्रदेश में नीतीश मॉडल पर वोट मांगने की बात सामने आई तो बीजेपी वालों ने नीतीश कुमार की जमकर क्लास लगाई। जेडीयू को बीजेपी का खुलकर जवाब मिल रहा है।
बिहार बीजेपी ने तो यहां तक पूछा, क्या बिहार में जो शराबबंदी फेल हो गई है उसके नाम पर ही जेडीयू उत्तर प्रदेश में वोट मांगेगी। बीजेपी का यह जवाब जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर सीधा अटैक था क्योंकि कुशवाहा ने एलान किया कि नीतीश मॉडल के नाम पर उत्तर प्रदेश में वोट मांगेगे। वहीं, बीजेपी पूछ रही है क्या योगी आदित्यनाथ के मॉडल को देश के दूसरे राज्य नहीं अपना रहे हैं, वहां जेडीयू कौन सा नीतीश मॉडल बताने जा रही है।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दो दिन पहले कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा एक एमएलसी हैं और उनका जवाब बीजेपी में उसी स्तर के नेता देंगे।
आज बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता औऱ प्रेमरंजन पटेल ने उपेंद्र कुशवाहा को जवाब दिया। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मोदी औऱ योगी की चर्चा चारों ओर है। योगी आदित्यनाथ ने जो काम किया है उस मॉडल को तो देश के दूसरे राज्य भी अपना रहे हैं। जब योगी के मॉडल को दूसरे राज्य अपना रहे हैं तो वहां नीतीश मॉडल क्या चलेगा।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में शराबबंदी लागू किया गया वह सफल ही नहीं हुआ उसे दूसरे राज्य में प्रयोग किया जाए। यह असंभव है। हालांकि अपने पूरे बयान में प्रेम रंजन पटेल ने किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन निशाना सीधे नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा पर है। उपेंद्र कुशवाहा ने एक दिन पहले ही कहा था कि नीतीश मॉडल औऱ शराबबंदी को मुद्दा बनाकर जेडीयू उत्तर प्रदेश में वोट मांगेगी।