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25 नवम्बर, 2024
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Udaipur Kanhaiya Lal Murder LIVE: कर्फ्यू के साए में कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार, गृह मंत्रालय ने सौंपी एनआईए को उदयपुर हत्याकांड की जांच

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दयपुर में मंगलवार को दावते इस्लामी से जुड़े दो युवकों की ओर से कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद शहर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू के बावजूद बुधवार को मृतक के अंतिम संस्कार में हजारों का हुजूम उमड़ा। युवाओं ने सड़कों को राष्ट्रवादी नारों से गुंजा दिया। वहीं,केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को उदयपुर हत्याकांड की जांच सौंपी है।

जानकारी के अनुसार, उदयपुर में मंगलवार को कन्हैयालाल नाम के टेलर की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पैगंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की वजह से मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद नाम के आरोपियों ने उसका गला रेत दिया।

कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में घुसे आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला किया। कन्हैयालाल की हत्या से उपजे आक्रोश को देखते हुए अशोक गहलोत सरकार ने पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है और सभी जिलों में धारा 144 लगा दी है। दोनों आरोपी  राजसमंद से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। सरकार ने धमकी के बावजूद समझौता कराने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है। पढ़िए बुधवार को अंत्येष्टि के वक्त क्या हुआ और उसके बाद गृह मंत्रालय ने क्या कहा। पूरी खबर

रास्ते में कहीं कहीं पुलिस से युवाओं बहस भी हुई। मोक्षधाम में भी अंतिम संस्कार कुछ देर के लिए रोक दिया गया। सुबह बन्द के दौरान विभिन्न थानों में पकड़े गए युवाओं को छोड़ने के बाद ही अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में विधायक धर्मनारायण जोशी, अमृत मीणा और दीप्ति किरण माहेश्वरी भी मौजूद थे।

इससे पहले बुधवार सुबह मृतक के पोस्टमार्टम के दौरान एमबी हॉस्पिटल में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी मौजूदUdaipur Kanhaiya Lal Murder LIVE: कर्फ्यू के साए में कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार, गृह मंत्रालय ने सौंपी एनआईए को उदयपुर हत्याकांड की जांच थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सारा मामला पुलिस विफलता का है। इतनी बात हो गई और पुलिस इंटेलिजेंस फेल हो गई। मृतक ने अपनी जान की सुरक्षा भी मांगी और पुलिस समझौता कराने में लगी रही। वह युवा कौन हैं, क्या करते हैं, किस बैकग्राउंड के हैं? इसका पता करने के लिए पुलिस को फुर्सत नहीं मिली। उन्होंने घटना की जिम्मेदारी पूरी तरह से पुलिस पर डालते हुए सभी जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को हटाने की बात कही।

इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए शुरू हुई यात्रा में अलग-अलग जगह से युवा जुड़ते गए और संख्या बढ़ती गई। मार्ग में आने वाले पारस तिराहे, उदियापोल चौराहे, सूरजपोल चौराहे, देलहीगेट चौराहे पर युवाओं ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

इस दौरान सूरजपोल चौराहे पर युवाओं ने बापू बाजार जाने की कोशिश की तो पुलिस ने रोका पुलिस बल को एक तरफ बातों में उलझाते हुए युवा दूसरा मार्ग अपनाते हुए बापू बाजार में प्रवेश कर गए। आक्रोशित युवाओं ने श्मशान घाट से पहले एक गैराज को भी आग लगाने की कोशिश की।

मृतक की पत्नी जशोदा साहू ने रोष जताते हुए कहा कि पूरा परिवार कई दिनों से चिंतित था कि कुछ अनहोनी ना हो जाए। हत्यारे हमें बार-बार धमकी दे रहे थे और हम प्रशासन से बार-बार गुहार लगा रहे थे लेकिन पुलिस ने कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की। उन्होंने हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग की।

इधर, आक्रोशित युवाओं ने कर्फ्यू क्षेत्र से बाहर खुली दुकानों को बंद करने के लिए सुबह से ही अभियान चला दिया। युवाओं ने सवीना स्थित सब्जी मंडी, सेक्टर 14, एकलिंगपुरा और आसपास के कई क्षेत्रों में दुकानों को बंद कराया। हालांकि लैब असिस्टेंट की परीक्षाओं के मद्देनजर टेंपो चालू रहे। अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र दिखाकर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने की छूट रही। मेडिकल व अन्य इमरजेंसी सुविधाओं को सुचारु रखा गया है।

मामले में मोक्षधाम में मौजूद एसआईटी टीम के अधिकारी एडीजी दिनेश एमएन शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दो दिन बाद ही शहर में बड़ा महोत्सव रथ यात्रा का है और अभी टूरिज्म वापस चलने लगा है। शहर का माहौल न बिगड़े, इसके लिए शहरवासी शांति बनाए रखें।

मामले में आरोपित द्वारा जारी वीडियो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धमकी देने के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच सौंपी है। सूत्रों के अनुसार एनआईए के दो अधिकारी उदयपुर पहुंच चुके हैं और उन्होंने सुबह संबंधित क्षेत्र का दौरा भी किया। फिलहाल स्थानीय पुलिस से इनपुट प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, दस दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले दर्जी कन्हैयालाल का मंगलवार को तालिबानी तरीके से मर्डर कर दिया गया। हत्या के आरोपित गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार मंगलवार को दिनदहाड़े उसकी दुकान में घुसे। चाकू से कई वार किए और उसका गला काट दिया। पुलिस ने घटना के चार घंटे बाद ही दोनों आरोपितों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को राजसमंद से गिरफ्तार किया।

इनके अलावा तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने पकड़ा है। दोनों हत्यारों के खिलाफ अनलॉफुल एक्टविटी (यूएपीए) एक्ट समेत आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोपहर में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए आला अफसरों के साथ बैठक की। शाम को उन्होंने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। इसमें सभी दलों के नेता शामिल होंगे।

वहीं, कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच केन्द्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को एनआईए को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने केन्द्रीय जांच एजेंसी को इस केस को अपने हाथों में लेने को कहा है। पेशे से दर्जी कन्हैयालाल की उदयपुर में मंगलवार को निर्मम हत्या कर दी गई थी।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। इसमें लिखा है कि गृह मंत्रालय ने एनआईए को मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय लिंक की गहन जांच की जाएगी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में एनआईए को इस मामले में खासतौर से विदेशी एंगल की भी जांच करने को कहा है। दो हमलावरों ने मंगलवार को दिनदहाड़े कन्हैयालाल नाम के दर्जी की हत्या कर दी थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। अंदेशा है कि हमलावरों के तार आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए हैं। फिलहाल दोनों ही आरोपित राजस्थान पुलिस के कब्जे में हैं।

बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को जांच कार्य संभालने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय तार और घटना में किसी संगठन की भूमिका भी गहन जांच की जाएगी। कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में किए गए पोस्ट की वजह से ही दोनों आरोपितों ने कन्हैयालाल की हत्या की थी।

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