नई दिल्ली/राजस्थान, देशज टाइम्स। राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी रेंजर को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को ये जानकारी दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटनाक्रम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुआ।
जय बाबा केदार..!
View this post on Instagram
उसका मकसद क्या था? पता लगाने की कोशिश
यह घटना राजस्थान के सीमावर्ती इलाके में हुई, जहां BSF की एक टुकड़ी नियमित गश्त पर थी। इसी दौरान एक पाकिस्तानी रेंजर संदिग्ध परिस्थितियों में भारतीय सीमा में प्रवेश करता हुआ पाया गया। BSF ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में रेंजर की पहचान की जा रही है, और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसका मकसद क्या था।
कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ, गलती से
इससे पहले 26 अप्रैल को एक BSF जवान, कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ, गलती से पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था। हालांकि उनकी रिहाई के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है, लेकिन पहलगाम हमले के बाद यह प्रक्रिया जटिल हो गई है।
घड़ियाली आंसू बहाते हुए मदद की गुहार
इधर, पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा दिखाए जा रहे कड़े रुख से पाकिस्तान खासा भयभीत है। अंतर्राष्ट्रीय जगत से लगातार गुहार लगा रहा है। अब पाकिस्तान ने तुर्की के सामने घड़ियाली आंसू बहाते हुए मदद की गुहार लगाई है।
राजस्थान फ्रंटियर से पाकिस्तानी रेंजर को गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर को गिरफ्तार किया है। बढ़ते तनाव के बीच यह कार्रवाई राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हुई है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच बीएसएफ (BSF) ने राजस्थान फ्रंटियर से एक पाकिस्तानी रेंजर को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस वक्त सामने आई है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है।
भारत ने पकड़ा पाकिस्तानी रेंजर, जवाब में पाकिस्तान खामोश
बीएसएफ ने बताया कि गिरफ्तार रेंजर को राजस्थान बॉर्डर से हिरासत में लिया गया। इससे पहले 23 अप्रैल को बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को पाकिस्तान ने पकड़ा था, लेकिन विरोध के बावजूद सौंपने से इनकार कर दिया।
पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय गुहार, तुर्की से मांगी मदद
पहलगाम हमले के बाद भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान घबरा गया है। पाक पीएम शाहबाज शरीफ ने तुर्की के राजदूत डॉ. इरफान नेजिरोग्लू से बात की। पाकिस्तान ने घड़ियाली आंसू बहाते हुए तुर्की से अंतर्राष्ट्रीय जांच में शामिल होने का प्रस्ताव रखा। कहा गया कि पाकिस्तान हमले में शामिल नहीं है, और वह जांच के लिए तैयार है।
भारत ने दिखाया सख्त रवैया: सिंधु जल संधि रद्द, व्यापार-हवाई सेवा बंद
भारत ने सिंधु जल संधि रद्द कर दी। भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के निर्देश दिए गए। व्यापार, डाक सेवा और हवाई उड़ानों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
पश्चिम बंगाल में 45 साल से रह रही पाकिस्तानी महिला गिरफ्तार
हुगली, पश्चिम बंगाल: शनिवार को एक अन्य मामले में पाकिस्तानी महिला फातिमा बीबी को चंदननगर के कुथिरमठ क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। वह 1980 में पर्यटक वीजा पर भारत आई थीं, और तब से यहीं रह रही थीं।
प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू, बेटी का दावा- आधार और पैन कार्ड हैं
फातिमा के पति मुजफ्फर मलिक भारतीय नागरिक हैं। उन्होंने दावा किया कि कई बार भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया, लेकिन मंजूरी नहीं मिली। बेटी का कहना है कि फातिमा के पास आधार और पैन कार्ड मौजूद हैं। फिलहाल प्रत्यर्पण की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने शनिवार की देर रात इस्लामाबाद में तुर्की के राजदूत डा. इरफान नेजिरोग्लू से बात कीं। सफाई देते हुए कहा कि पहलगाम हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं हैं। साथ ही प्रस्ताव रखा कि वह इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय देशों की टीम से जांच को तैयार हैं। इस जांच टीम में तुर्की भी शामिल हो और पाकिस्तान को न्याय दिलाए।
पाकिस्तान ने अपना पक्ष उनके सामने रखा
पाकिस्तान अखबार डान के मुताबिक तुर्की के राजदूत से बात कर पाकिस्तान ने अपना पक्ष उनके सामने रखा है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने एक ओर सेना को कार्रवाई की कड़ी छूट दे दी है, वहीं सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया है। इसके अलावा भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानियों को निकाल बाहर किया है। सभी व्यापारिक गतिविधयों के साथ ही डाक सेवा और हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिय गया है। इसके चलते पाकिस्तान में कोहराम मच गया है।
भारत की तरफ से स्पष्ट संदेश: आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद और आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करना अब उसकी प्राथमिकता है। पाकिस्तान द्वारा बार-बार हमलों में संलिप्तता, चाहे वह 26/11 हो, पठानकोट, पुलवामा या अब पहलगाम, भारत अब चुप बैठने को तैयार नहीं।