ऑनलाइन गेम के जरिये धर्म परिवर्तन के मामले में पाकिस्तान का एंगल सामने आया है। पुलिस के मुताबिक जिन बच्चों का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था उन्हें पाकिस्तान से संचालित यूथ क्लब नाम का यू ट्यूब चैनल भी दिखाया जाता था।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली से सटे गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां ऑनलाइन गेम की आड़ में दो नाबालिग लड़कों का न सिर्फ धर्म परिवर्तन करा दिया, बल्कि उन्हें पांच वक्त का नमाजी भी बना डाला।
परिवारवालों को जब इस बारे में जानकारी हासिल हुई तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। इसके बाद उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले का जब खुलासा किया तो उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को फोर्टनाइट और डिस्कॉर्ड के खिलाफ जांच शुरू करने के लिये खत लिखा है और दस दिन में रिपोर्ट मांगी है।
गाजियाबाद गेमिंग ऐप धर्मांतरण मॉड्यूल की जांच एनआईए कर सकती है। उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ-साथ केंद्र सरकार की अलग-अलग एजेंसियों ने भी अपने स्तर पर इस मामले की जांच में मदद कर रही है।
इस धर्मांतरण रैकेट के तार एमपी के हिज्ब उत तहरीर धर्मांतरण मॉड्यूल से जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं। दोनों मॉड्यूल के काम करने के तरीके और तार पाकिस्तान से जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं यह शुरुआती जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसी को मिली है।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने ऑनलाइन गेम की आड़ में जैन समाज के नाबालिग लड़के और एक हिंदू लड़के के धर्म परिवर्तन मामले में खुलासा करते हुए कहा कि दोनों नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण मामले में दो आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने जब इसकी जांच की तो एक आरोपी गाजियाबाद की ही एक मस्जिद का मौलवी निकला, जबकि दूसरा आरोपी मुंबई के ठाणे का रहने वाला है। उसका नाम बद्दो उर्फ शहनवाज मकसूद खान है। पुलिस की टीम आरोपी की गिरफ्तार के मुंबई रवाना हो गई है।
पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिए युवकों के धर्मांतरण के मामले में गाजियाबाद सेक्टर 23 की मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया गया है। ये मौलवी इस मस्जिद में पिछले दो सालों से सेवा दे रहा था। उसने ही दोनों नाबालिग लड़कों को धर्मांतरण की तकरीर दी थी।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में मौलवी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी ने नाबालिग लड़कों के रेडीकलाईजेशन की बात कबूल की है। पुलिस की माने तो मौलवी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी ने खुलासा किया है कि वो गैर मुस्लिम लड़कों को इस्लाम के बारे में जानकारी देता था।
मौलवी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी ने बताया कि उसकी जान पहचान एक साल पहले इलाके के दो नाबालिग लड़कों से हुई थी। पूछताछ में अब्दुल ने कुबूल किया कि वो दोनों नाबालिग लड़कों को उनके धर्म के बारे में उकसा रहा था और इस्लाम को सर्वोपरि बता कर उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कह रहा था।
दोनों नाबालिग लड़के उसकी बातों से प्रभावित हो गए और मस्जिद में नमाज पढ़ने आने लगे। पूछताछ में अब्दुल ने ये भी बताया कि एक लड़के के परिवार को जब इसकी जानकारी मिली तो वो पुलिस के पास गए। उसे लगा कि वो पकड़ा ना जाए इसलिए उसने अपने मोबाइल से सभी हिस्ट्री और चैट डिलीट कर दी।
पुलिस ने कहा कि कुछ मुस्लिम लड़के नाम बदल कर इनके साथ ऑनलाइन गेम फॉर नाइट गेम ऐप पर गेम खेलते थे, गेम हारने पर उन्हें जीतने के लिए जाकिर नाइक की आयतें पढ़वाते थे, इसके बाद उन्हें जिता कर ये भरोसा कायम कराते थे।
इसके बाद discord app से मुस्लिम लड़के यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैट करते थे, बहला फुसलाकर उन्हें इस्लामी रीति रिवाज अपनाने के लिए स्पीच दिखाकर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे और इस्लाम की जानकारी देते थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपी अब्दुल रहमान की दो साल पहले इन दोनों लड़कों से मुलाकात हुई थी, जो गेमिंग एप से भ्रमित होकर इस्लाम की तरफ आकर्षित हो रहे थे।
इसके बाद इसने युवको कों कहा कि इस्लाम धर्म सर्वोपरि है। इसके बाद आरोपी दोनों लड़कों को बरगलाने में कामयाब हो गया। इसके बाद दोनों लड़के पांचों वक्त की नमाज तक पढ़ने लगे. पुलिस ने इस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जानकारी को जुटाया जा रहा है।
जांच में अब तक 4 नाबालिगों के धर्म परिवर्तन का खुलासा हुआ है। गजियाबाद ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन का मामला। जांच में खुलासा हुआ है कि गाजियाबाद में 2 नाबालिगों का धर्म परिवर्तन करवाया गया।
फरीदाबाद में एक नाबालिग का धर्म परिवर्तन करवाया गया। चंडीगढ़ में एक नाबालिग का धर्म परिवर्तन करवाया गया। गजियाबाद पुलिस फरीदाबाद और चंडीगढ़ में जांच के लिए पहुंची है। मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के लिए महाराष्ट्र में पुलिस टीम मौजूद है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) निपुण अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया, ‘‘यहां संजय नगर मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को एक नाबालिग हिंदू लड़के के धर्म परिवर्तन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।’
डीसीपी ने कहा, ‘आरोपी ने एक लोकप्रिय ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर उक्त लड़के से संपर्क किया और उसे इस्लाम अपनाने के लिए बहलाया-फुसलाया।’
अग्रवाल के मुताबिक, एक व्यक्ति ने मौलवी और मुंबई निवासी बद्दो के खिलाफ अपने 17 वर्षीय बेटे को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करने की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद इसकी जांच शुरू की गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 30 मई को कविनगर थाने में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
डीसीपी ने कहा, ‘मामले की जांच के बाद मौलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम को मुंबई भेजा गया है।’
उन्होंने कहा कि मौलवी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह भोले-भाले नाबालिगों को विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के पुराने वीडियो दिखाता था। गौरतलब है कि क्षेत्र के एक नाबालिग जैन लड़के के कथित धर्मांतरण में भी पुलिस मौलवी की भूमिका की जांच कर रही है।