प्रमोद कुमार, मुज़फ़्फ़रपुर, देशज टाइम्स। मुजफ्फरपुर स्थित क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के डिजिटल होने के बाद मिलने वाले लाभ और सुविधा के बीच अब जिले की पुलिस डिजिटल और हाईटेक होने जा रही है।
हाल के सालों में, क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के डिजिटल होने से काम के तरीकों में पारदर्शिता आई है। साथ ही, जांच में देरी के आरोप अब नहीं लगते। जिस दिन सैंपल जमा किया, उसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होती है। वहीं, इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को साफ्टवेयर के जरिए मिलती है, इससे बहुत हद तक सुविधा मिल गई है। काम में तेजी आई है। अब ताजा मामला यह है कि मुजफ्फरपुर की पुलिस और उसकी कार्यशैली हाईटेक हो गई है।
एसएसपी राकेश कुमार की यह शानदार पहल है जहां जिले के सभी थाना, ओपी, साइबर सेल थाना, डीएसपी, सिटी एसपी और एसएसपी का मेल आईडी के साथ-साथ मोबाइल नंबर आधिकारिक तौर पर जारी कर दिया गया है।
वहीं, सभी पदाधिकारियों को यह निर्देश भी दिया गया है कि जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्र तक सभी थानेदार या पुलिस पदाधिकारी अपना विभागीय काम जैसे छुट्टी लेना किसी भी चीज का परमिशन सहित अन्य कार्य जो कार्यकलाप से जुड़ा हो बेहतर पुलिसिंग के ख्याल से सभी को अब डिजिटल काम करना होगा। वहीं इससे विभागीय कामकाज को अब तेजी से निपटाने में काफी ज्यादा मदद मिलेगा।
अब सख्त निर्देश यह है कि अगर डिजिटल सवाल-जवाब या शिकायत दर्ज करने सहित विभागीय काम में लापरवाही हुई तो संबंधित पदाधिकारी और अधिकारी पर कार्यवाही भी होगी। वहीं, अधिकारी की मेल आईडी से संबंधित अधिकारी को सीधे मेल कर सकते हैं।
इतना ही नहीं, यह व्यवस्था आम जनों के लिए भी है जो कहीं से भी बैठे अपनी शिकायत संबंधित अधिकारी और थाना को मेल कर दर्ज कर सकते हैं। ऐसे में, अब थानेदार हो या फिर आमजन यह शिकायत नहीं कर सकते हैं कि हमें जानकारी नहीं है और कार्यवाई नहीं हुई ।
एसएसपी राकेश कुमार की ओर से जिले के सभी पदाधिकारी और थाना गोपी को मिलाकर 57 मेल आईडी और फोन नंबर जारी किया गया है। अब आम जनों को शिकायत भेजने के तुरंत बाद पुलिस रिप्लाई करेगी। इसकी पूर्ण व्यवस्था जिले में पुलिस प्रशासन की ओर से कर ली गई है।