आंचल कुमारी। Darbhanga News|Kamtaul News| घन-घनन-घनन… अब छोड़ जरा दो हठ अपनी…. काले मेघा, काले मेघा, पानी तो बरसाओघनन-घनन, घिर-घिर आए बदरा घने, घनघोर, कारे छाए बदरा धमक-धमक, गूंजे बदरा के डंके चमक-चमक, देखो, बिजुरिया चमके मन धड़काए बदरवा, मन धड़काए बदरवा मन-मन धड़काए बदरवा…काले मेघा, काले मेघा, पानी तो बरसाओ…।देखें VIDEO |
Darbhanga News|Kamtaul News| बरस नहीं रहे। काले बादल
जहां, कमतौल में आसमान में काले-काले बादल उमड़ रहे हैं। मगर, बरस नहीं रहे। काले बादल देखकर किसान आह्लादित हैं। (Farmers worried due to lack of rain in Kamtal of Darbhanga) मन मोर की तरह नाच रहा। मगर, दिल में कचोट भी है। क्या बारिश होगी? होगी तो कितनी? खेतों में पानी टिकेंगे। टिकेंगे तो कितनी। मगर, हालात यही है। बारिश नहीं हो रही। सभी चिंतित हैं। आसमान की ओर टकटकी हैं।
Darbhanga News|Kamtaul News| हल्की पुरवाई में भी मचल नहीं रहा बादल, बरसेगा कब
बादल छाने और हल्की पुरवाई हवा चलने से मौसम सुहावना बना हुआ है। इससे आमलोग तो खुश हैं, लेकिन किसानों के चेहरे पर मायूसी छायी है। दरअसल, इन दिनों आकाश में लगातार बादलों का झुंड उमड़ रहा है, गरजते हुए बादल को देखकर किसान ही नहीं आम लोग भी बारिश होने के इंतजार करते हैं। लेकिन, जब बारिश नहीं होती है तो खुशी गम में बदल जाती है। बारिश नहीं होने से मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी, यहां तक कि पेड़ पौधे भी मायूस हो जाते हैं।
Darbhanga News|Kamtaul News| धान की फसल लगाने का मुख्य समय बीता जा रहा
ऐसे में, किसानों को इस बार बारिश के जल से खेती कर पाने की उम्मीद नहीं है। धान की फसल लगाने का मुख्य समय बीता जा रहा है। आर्द्रा नक्षत्र में खेती किये जाने को सबसे बेहतर समय माना गया है।आद्रा नक्षत्र समाप्त होते होते किसानों की खेती भी समाप्ति की ओर अग्रसर होता था। पुनर्वसु नक्षत्र में किसान खेती करने में व्यस्त और मस्त रहते थे। लेकिन अच्छी बारिश नहीं होने के कारण किसान काफी चिंतित और असंतुष्ट दिख रहे हैं।
Darbhanga News|Kamtaul News| बिचड़ा भी तैयार नहीं हुआ।
अहियारी के राघवेंद्र ठाकुर, मोहन महतो, गिरबल महतो, दिवाकर ठाकुर, किशोरी मंडल, उमाशंकर ठाकुर, गोपाल कुमार, विनोद मंडल समेत अन्य किसानों ने देशज टाइम्स को बताया कि इस वर्ष शुरू से ही बारिश नहीं होने के कारण किसानों के धान का बिचड़ा भी तैयार नहीं हुआ।
Darbhanga News|Kamtaul News| आर्द्रा नक्षत्र में छिटफुट बारिश हुई। जब बारिश खेती करने लायक होगी तो खेती करेंगे।
आर्द्रा नक्षत्र में छिटफुट बारिश हुई। जिन किसानों को आज के समय खेतों में मिट्टी पानी के साथ खेलते रहना चाहिए था, वे लाचार होकर हाथ पर हाथ धरे घर बैठे हुए हैं। उन्हें बारिश का बेसब्री से इंतजार है। निजी बोरिंग से मंहगा पानी खरीद कर खेती करने में लागत से अधिक उपज कम होते देख किसानों बैठे हुए हैं. कुछ साधन संपन्न किसान खेती कर रहे हैं। अधिकांश यही कह रहे, जब बारिश खेती करने लायक होगी तो खेती करेंगे।