प्रभाष रंजन, दरभंगा | दरभंगा-मुजफ्फरपुर NH-27 फोरलेन पर शोभन चौक के पास एक DTO लिखे वाहन ने बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई
सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही सिमरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, घायल युवक को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
मृतक और घायल की पहचान
- मृतक – लाल बाबू महतो (25), पुत्र हीरा महतो, निवासी सिमरी।
- घायल – रौशन कुमार, निवासी सबास।
कैसे हुआ हादसा?
मृतक के पिता हीरा महतो ने बताया कि उनका बेटा सिमरी की एक दुकान में काम करता था और किसी कार्य से दरभंगा जा रहा था। जैसे ही वह शोभन पुल के पास पहुंचा, पीछे से आ रहे एक ट्रक का पीछा कर रही DTO की गाड़ी ने बाइक को टक्कर मार दी।
टक्कर लगते ही बाइक ट्रक के नीचे जा फंसी, जिससे लाल बाबू महतो की मौके पर ही मौत हो गई और दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
गांव में गुस्सा, NH-27 पर सड़क जाम
हादसे की खबर फैलते ही ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। आक्रोशित लोगों ने दरभंगा-मुजफ्फरपुर हाइवे जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
- लाल बाबू महतो चार भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़ा था।
- परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी।
- मौत की खबर सुनते ही मां रेखा देवी बेहोश हो गईं।
प्रशासन ने दिया FIR का भरोसा
प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि डीटीओ को घटनास्थल पर बुलाया जाए। बाद में, सिमरी थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि डीटीओ के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी, तब जाकर जाम हटाया गया।
ग्रामीणों का आरोप – DTO की मनमानी से गाड़ियों पर अत्याचार
स्थानीय लोगों का कहना है कि DTO की गाड़ी अक्सर इस मार्ग पर ट्रकों और अन्य वाहनों के साथ बदसलूकी करती है। जब बड़े वाहन नहीं मिलते, तो बाइक सवारों को भी बेवजह परेशान किया जाता है।
अगली कार्रवाई क्या होगी?
सिमरी थानाध्यक्ष के अनुसार –
- शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
- घायल का इलाज जारी है।
- FIR दर्ज होते ही DTO के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन दोषियों पर क्या कदम उठाता है और क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है।