दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। जिले में कोरोना से पहली मौत का मामला सोमवार की रात को सामने आया। दरअसल, पिछले दिनों इलाज के अभाव में दम तोड़ चुके एक प्रवासी के लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट के पॉजिटिव आने के बाद प्रखंड प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों के बीच भी हड़कंप है।
जानकारी के अनुसार, हनुमाननगर प्रखंड के पंचोभ पंचायत के एक गांव स्थित अपने ससुराल में गत पांच जून को उक्त युवक ने इलाज के इंतजार में दम तोड़ दिया। इसके बाद पंचोभ पंचायत के मुखिया राजीव कुमार चौधरी की पहल पर युवक के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था। सोमवार को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद युवक के संपर्क में आए तेरह लोगों का सैंपल लेते हुए उन्हें गांव के ही स्कूल में आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही उसकी पत्नी व तीन बच्चों को घरेलू एकांतवास में रखा गया है।
फिलहाल सभी लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए डीएमसीएच भेजा गया है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने गांव में डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराए जाने संबंधी निर्देश दिए हैं। जिले में अब तक 130 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 82 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
वहीं, डीएमसीएच में लॉकडाउन के बाद मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। केंद्रीय ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की तदात सबसे ज्यादा है। मरीजों की तादाद के अनुसार डीएमसीएच में सुविधा का घोर अभाव दिख रहा है। सुविधाओं के घोर अभाव के कारण मरीजों को समुचित सुविधाएं नहीं मिल रही है।
कल की ताजा रिपोर्ट यह है, यहां इन दोनों वार्डों में करीब छह सौ मरीज इलाज के लिए आए थे। सिस्टम की छेद देखिए, मरीज शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे। मरीजों की सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती नहीं के बराबर दिखी। प्रशासन जरा सोचे, स्थिति पूर्ववत होने में देर नहीं लगेगी। अगर, सामान्य दिनों की तरह दो हजार मरीज आ जाएंगे, तो कोरोना के इस छुआछूत में व्यवस्था को कहीं लकवा ना मार दे। इलाज मुश्किल होने पर अस्पताल प्रबंधन क्या करेगा जरा सोच ले।