खगड़िया, देशज न्यूज। खगड़िया जिला मुख्यालय के चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष पर एक व्यवसायी के 14 लाख 60 हजार रुपये गायब किए जाने के ‘ काले जादू ‘ का आखिर क्या रहस्य है, यह जानने के लिए आमलोगों में काफी उत्सुकता है। बोरी में से रुपये निकालकर कथित तौर पर उसमें शराब की बोतलें बरामद दिखाकर एक युवक को जेल भेजने के बाद यह आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है?
खगड़िया मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के जंगली टोला निवासी छड़, बालू, सीमेंट व्यवसायी गौरव यादव का आरोप है कि अपनी दुकान के एक स्टाफ राजा मंडल को उसने वह रुपया यूनियन बैंक में जमा करने दिया था जिसे वह बोरा में लपेट कर ले गया था लेकिन चित्रगुप्तनगर थाना पुलिस ने बोरा में शराब की बोतल रहने की बात कहकर उस स्टाफ को शक के आधार पर किसी की सूचना पर अपनी गिरफ्त में लेने के बाद शराब तस्करी का आरोप लगाकर जेल भेज दिया। व्यवसायी का कहना है कि उसके पास का रुपया गायब है।
पुलिस यह स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है कि पकड़े गए स्टाफ के पास रुपया था। हालांकि यह प्रकरण जब चर्चाओं में आया तब पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने उस व्यवसायी की शिकायत पर मामले की छानबीन करते हुए जांच का जिम्मा सदर डी एस पी आलोक रंजन और पुलिस इंस्पेक्टर को सौंपा है।
पुलिस पर लगाए गए इस गंभीर आरोप में क्या सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही खुलासा होगा लेकिन फिलहाल चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष सुबोध पंडित और जेल भेजे गए राजा मंडल को गिरफ्त में लेने वाला टाइगर मोबाइल सवालों के घेरे में है। आम लोगों की दिलचस्पी इस बात में है कि शराब की बोतल की आड़ में 14 लाख 60 हजार रुपए का आखिर सच क्या है?