दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के आधारपुर गांव कांड के 13 आरोपी कहां हैं। क्या पुलिस की गिरफ्त इतनी कमजोर पड़ गई है। चार दिन बाद भी विवाहिता का अगवा कर जबरन दिव्यांग से सिंदूर भरवाने को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
जानकारी के अनुसार, आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ितों व आम लोगों में आक्रोश है। लोग यही कह रहे यह पुलिस प्रशासन की नाकामी है। आधारपुर की घटना तथाकथित सभ्य समाज के ऊपर कलंक है। दरअसल, गांव के एक लड़के ने प्रेम प्रसंग में गांव की एक लड़की के साथ गांव से बाहर जाकर शादी कर ली थी। इस घटना के विरोध में लड़की के चाची ने थाने में आवेदन देकर लड़का सहित सात लोगों के विरुद्ध लड़की के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। गांव से बाहर शादी करने के बाद लड़का-लड़की की शादी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गयी।
इस घटना से आक्रोशित लड़की पक्ष के लोगों ने दीपावली की दोपहर लड़के के घर में घुसकर जमकर मारपीट, तोड़फोड़, लूटपाट की। इतने से मन नहीं भरा तो लड़के की मां को जबरन मारते पीटते, घसीटते हुए अपने घर ले गये। वहां दबंगों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। निरीह महिला का बाल काटकर जबरन एक दिव्यांग महादलित से मांग में सिंदूर भरवाकर शादी करवाई।
घटना के बाद हरकत में आयीपुलिस ने पीड़ित पक्ष के उमेश झा के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर गांव में पुलिस बल को पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए तैनात किया। इस मामले में गांव के ही दिलीप कुमार झा,ललन झा,अनिल झा सहित दस पुरुष एवं पांच महिलाओं को नामजद किया गया था।
बिरौल एसडीपीओ दिलीप कुमार झा ने गांव जाकर इस कांड का पर्यवेक्षण किया।थानाध्यक्ष को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आदेश दिया। इस बीच सभी आरोपी फरार हो गए। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इसके बावजूद इस कांड के मात्र दो आरोपियों को दबोचने में पुलिस को सफलता मिली है जबकि तेरह आरोपी अब भी फरार हैं।
एसडीपीओ दिलीप कुमार झा ने बताया कि एक भी दोषी को बख्शा नहीं जायगी। कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ति परिवार को पुलिस की सुरक्षा प्रदान की गई है। गांव की स्थिति सामान्य है। दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। अन्य को शीघ्र गिरफ्तार करने की कार्रवाई जारी है।