नई दिल्ली,new delhi deshaj news। बिहार चुनाव (Bihar assembly election) के बाद अब असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) एक राष्ट्रीय पार्टी बनकर उभरी है। इस पार्टी ने बिहार के सीमांचल में 5 सीटों पर जीत दर्ज की है। ऐसे में इस पार्टी पर आरोप लग रहा है कि यह मुस्लिम वोटों पर टिकी पार्टी है और ओवैसी में अपने उम्मीदवार वहीं उतारते हैं जहां मुस्लिम वोटों का दबदबा हो।
हैदराबाद में 1 नवंबर को नगर निगम चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम मजबूत स्थिति में है। इसी को ध्यान में रखते हुए ओवैसी ने वहां अपनी पार्टी के 51 उम्मीदवारों को उतारा है। जिनमें से 5 उम्मीदवार हिंदू समुदाय से आते हैं। पार्टी के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो पता चलता है कि पार्टी ने मुस्लिम बहुत इलाकों से सभी मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं।
वहीं ऐसी जगह जहां हिंदू-मुस्लिम उम्मीदवार बराबर की संख्या में हैं पार्टी ने वहां हिंदू उम्मीदवारों के साथ किस्मत आजमाई है। पार्टी ने जिन हिंदू प्रत्याशी को उतारा है उनके नाम पुरानापुल से सुन्नम राज मोहन, फलकनुमा सीट के थारा भाई, कारवां से मंदागिरी स्वामी यादव, जामबाग से जाडला रवींद्र और रंगारेड्डी नगर (कुतुबुल्लापुर) से एतियाला राजेश गौड़ हैं।