निर्मली, देशज न्यूज। भारत – नेपाल सीमा पर कुनौली से महज चंद कदमों कि दूरी पर नेपाल मे बेलही भंसार का एक छोटा सा बाजार है। बीस -पच्चीस दुकानों वाला नेपाल का यह बाजार शाम ढलते ही बंद हो जाता है। खुली रहती है तो बस चंद शराब कि दुकानें। शाम होते ही यह इलाका शराब और शराबियों से गुलजार हो जाता है।
यहां पर बिहार से आने वाले के लिए हार किस्म कि शराब बड़ी आसानी से मिला जाती है । पियक्कड़ नेपाल जाकर इन दिनो आपनी प्यास बुझाते है ।
सीमावर्ती इलकों मे बढ़ी रौनक :
प्रदेश मे शराब पर प्रतिबंध लगने के बाद इसके लती कुछ दिन तक चोरी – छुपे शराब कि मस्ती लेते रहे ।लेकिन जब पुलिस व उत्पाद विभाग ने इंडो नेपाल के सीमा से जुड़े सभी रास्ते पर उत्पाद विभाग ने शराब के तस्कर और पियक्कड़ो को पकड़ने व इस पर नियंत्रण के लिए होमगार्ड जवानो को सीमा पर तैनात किया तो लेकिन इन सब का इन शराबी और तस्करो पर नियंत्रण नहीं के बराबर रहा है।
पियक्कड़ अपना रास्ता बदल कर खेत -खलिहानों के रास्ते नेपाल के इलकों मे पहुंचकर शराब का लुत्फ उठा रहे है मेहनत कि कमाई मे शराब गंवाई : एक अनुमान के तहत रोजाना एक सौ से अधिक लोग नेपाल मे शराब पीने जाते है।
इनमें युवाओं कि तादाद पचास प्रतिशत है । प्रति दिन करीब 10 से 15 हजार रुपये नेपाल मे शराब पर यहां के लोग खर्च कर रहे है । दरभंगा , सकरी ,जमालपुर ,तक के लोग 100 से 150 किलो मीटर तक कि दूरी तय कर नेपाल पहुंच कर पैसों कि बर्बादी कर रहे है।
क्या कहते हैं दुकानदार :
इंडो -नेपाल के कुनौली सीमा से सटे नेपाल के बेलही भंसार के एक नेपाली शराब के विक्रेता ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि बिहार मे शराब पर प्रतिबंध का फायदा मिल रहा है । आस -पास जिले के लोग यहां शराब पीने पहुंच रहे है ।
कुछ लोग शराब खरीद कर भी ले जाते है। थानाध्यक्ष , कुनौली राम इकबाल पासवान ने कहा कि शराबबंदी कानून का पालन करने के लिए लगातर अभियान चलाया जा रहा है।
बार्डर पार कर आने – जाने वाले लोगो पर पुलिस नजर जमाए बैठी है। इस संबंध में एसएसबी 45 वीं बटालियन कैम्प के इंचार्ज रूपराम ने बताया कि एसएसबी जवान दिन रात बार्डर पर डूयटी कर रहे है। इस दौरान पियक्कड़ के अलावा अवैध शराब के तस्कर पर भी नजर रखी जा रही है। जबकि एसएसबी के द्वारा काफी मात्रा मे शराब जब्त कि गई है ।वही शराबी और तस्कर भी दबोचे गये है।