back to top
2 दिसम्बर, 2025

अलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शन

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

अलवर, देशज न्यूज।  बदलते वक्त के साथ अब भगवान के दर्शन करने के तरीके भी हाईटेक हो गए है। पहले लोग मंदिरों में जाकर भगवान की प्रतिमाओं के दर्शन करते थे लेकिन कोरोना महामारी के कारण हुए लॉक डाउन और उसके बाद मंदिरों में प्रवेश पर लगी रोक के बाद से लोग मंदिर नहीं जाकर सोशल मीडिया से ही भगवान की प्रतिमा के दर्शन कर रहे है।

- Advertisement - Advertisement

दरसअल हम यहां बात कर रहे है अलवर शहर के त्रिपोलिया महादेव मंदिर की। जिसके ट्रस्ट द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिमा के होने वाले श्रंृगार की प्रतिदिन फोटो शेयर की जाती है। इस फोटो के माध्यम से हजारों श्रदालु भगवान भोलेनाथ के अलौकिक ओर मनमोहक श्रृंगार रूपी प्रतिमा के दर्शन कर पाते है।अलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शनअलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शन

 महंत जितेंद्र खेड़ापति ने बताया कि मंदिर में रोजाना भोलेनाथ का विभिन्न रूपों से श्रृंगार किया जाता है। इसके लिए शिवलिंग को सजाने में करीब 2 घंटे का समय लगता है। भोलेनाथ का मनमोहक दृश्य देखने के लिए श्रद्धालु लालायित रहते है। करीब डेढ़ साल से यह श्रृंगार मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न तरह के फूलों, पोशाक सहित अन्य सजावटी वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है। लॉक डाउन के बाद सोशल मीडिया पर दर्शन के अधिक श्रद्धालु जुड़े है जो रोजाना भोलेनाथ के श्रंगार के दर्शन के साथ लाइव आरती भी घर बैठे ही देख पाते है।  अलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शन

सप्ताह के सातों दिन होता है अलग-अलग रूपों में श्रृंगार 
 त्रिपोलिया महादेव मंदिर में सप्ताह के प्रत्येक दिन शिव परिवार का अलग-अलग रूपों से श्रृंगार किया जाता है। श्रृंगार इतना मनमोहक होता है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु रोज भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंचते है। मंदिर के महंत खेड़ापति के अनुसार सप्ताह में सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को सफेद और हरी, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को सफेद और हरा, शनिवार को नीला व रविवार को लाल पोशाक द्वारा भगवान की प्रतिमाओं का श्रंृगार किया जाता है। इस दौरान शिवलिंग को फूलों, रुद्राक्ष, बिलपत्र, अकोड़ा सहित विभिन्न तरह की पोशाक, साफा आदि से श्रंृगार कर मनमोहक आकर्षक रूप दिया जाता है। अलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शन
मंदिर में 4 बार होती हैं आरती त्रिपोलिया महादेव मंदिर में रोजाना चार बार आरती होती हैं। पहली आरती प्रात: 4 बजे 6 बजे तक जबकि संध्या की आरती 6.15 बजे शयन आरती रात्रि 10.30 बजे की जाती हैं। आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। यहां मंदिर की खास बात यह भी है कि यहां भक्तों के द्वारा मांगी गई सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
 सोशल मीडिया से हजारों लोग करते है भोलेनाथ के दर्शन  
 सोशल मीडिया पर शिव परिवार व मंदिर की प्रतिमाओं को प्रतिदिन श्रदालुओं के दर्शन के लिए सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो के माध्यम से शेयर किया जाता है। मंदिर ट्रस्ट द्वारा  वाट्सअप पर अपना एक गु्रप भी बनाया हुआ है। जिसके माध्यम से अलवर सहित देशभर में रहने वाले हजारों श्रद्धालु भोलेनाथ का रोजाना दूर बैठकर भी दर्शन कर पाते  है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है। यहां सुबह शाम रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आती है जबकि सावन में भोलेनाथ के दर्शन के लिए लंबी लाइन लगती है।अलवर में मंदिर हुए हाइटेक,सोशल मीडिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु कर रहे त्रिपोलिया महादेव के श्रृंगार के दर्शन
- Advertisement -

जरूर पढ़ें

गुटका-तंबाकू खाकर रामायण पाठ: क्या है सही? प्रेमानंद महाराज ने किया स्पष्ट

वृंदावन के प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में एक ऐसे धार्मिक प्रश्न का उत्तर...

वैशाली में इंजीनियर के घर घुसकर पत्नी से हुई वारदात: सनसनीखेज खुलासा?

वैशाली समाचार: दौलतपुर देवरिया में एक सरकारी इंजीनियर के घर में देर रात अचानक...

कैमूर में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत: दावों और असलियत में बड़ा फर्क

कैमूर न्यूज़: कागजों पर फर्राटा भरती सरकारी योजनाएं जब जमीनी हकीकत से टकराती हैं,...

गया की राजनीति में नया अध्याय: क्यों बढ़ी शहर की विधानसभा सीट की अहमियत?

गया न्यूज़: बिहार की सियासत में गया शहर का राजनीतिक कद अब और भी...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें