पटना। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर बिहार में तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के डीएम को अलर्ट कर दिया है। साथ ही कहा है, जरूरत के मुताबिक आइसोलेशन सेंटर बढ़ाएं। अस्पताल में बेड बढ़ाने का निर्देश उन्होंने दिया है।
इधर, पूरे बिहार में कोरोना विकराहल हो रहा है।, मौत के आंकड़े भी बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीजों की मौत (Corona Death In Bihar) हुई है। इलाज के दौरान चार लोगों की जान गई है। इसमें पटना एम्स (Patna AIIMS) में तीन और पीएमसीएच में 1 मरीज की मौत हुई है।
मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर भी कोरोना के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। पीएमसीएच में जहां जांच में 3 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. वहीं, एनएमसीएच में भी दो मेडिकल स्टूडेंट समेत एक डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें एक स्टूडेंट को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। राज्य में पिछले 24 घंटे की बात करें तो इस दौरान 864 मरीजों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा पॉजिटिव मरीज पटना में 372 पाए गए हैं।
एम्स में भर्ती मरीज शाहपुर के 65 वर्षीय सुरेंद्र प्रसाद, पश्चिमी चंपारण के 72 वर्षीय त्रिलोक चन्द्र और दीघा की 43 वर्षीय निवेदिता वर्मा की जहां इलाज के दौरान जान चली गई। वहीं, पीएमसीएच में भी इलाजरत भागलपुर के 44 वर्षीय मरीज उमाशंकर गुप्ता की मौत हो गई। संक्रमण का कहर कहें तो 4 दिनों में दोगुने रफ्तार से कोरोना बढ़ता दिख रहा है, जिसकी वजह से एम्स में सभी बेड फुल हो चुके हैं। वहीं, पीएमसीएच में भी लगभग 30 मरीज भर्ती हैं।