जाले। ललित नारायण मिश्र मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर वनस्पति विभाग के द्वितीय समेस्टर के छात्रों का कृषि विज्ञान केंद्र, जाले का शैक्षणिक भ्रमण किया गया।
यह कार्यक्रम विभागाध्यक्ष प्रो. शहनाज़ जामिल के देखरेख में आयोजित किया गया। भ्रमण में प्रो. विद्यानाथ झा, पूर्व प्रधानाचार्य, एमएलएसएम कॉलेज दरभंगा, विभागीय प्रो. केके साहु और डॉ. गजेंद्र प्रसाद भी शामिल थे।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष ने बताया कि केंद्र की ओर से समय-समय पर ग्रामीण युवाओं के उद्यमिता विकास के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस केंद्र के द्वारा मशरूम उत्पादन और इसके मार्केटिंग के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित है। जिसका लाभ उठाते हुए वनस्पति विभाग ने छात्रों के लिए यह भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शहनाज जामिल ने बताया कि विभाग में मशरूम कल्चर और अनुसंधान केंद्र हाल में ही खोला गया था। इसी व्यवस्था को अधिक उपयोगी बनाने और छात्रों में इसकी रुचि बढ़ाने में कृषि विज्ञान केंद्र का यह भ्रमण कार्यक्रम बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ आरपी प्रसाद ने इस केंद्र के सभी तरह के आधुनिक तकनीक से खेती से अवगत कराया। इस केंद्र पर लगभग 50 तरह के औषधीय पौधे, कालाधान, माइक्रो इरिगेशन से सिंचाई, बिना कांटे वाले सिंघरा, अजोला की खेती जैविक खाद के लिए, मशरूम की खेती आदि को देख कर सभी छात्र-छात्राएं आश्चर्य चकित हुए।
पाली हाउस जिसमें सामान्य से 5 डिग्री कम तापक्रम में खेती के तरीक़े भी दिखाया गया। बाद में डॉ एपी प्रसाद ने छात्रों को मशरूम के पैदावार के मुख्य क्रिया को प्रदर्शित किया। शिक्षक और छात्र इस तरह के भ्रमण से बहुत लाभान्वित हुए।