आकिल हुसैन मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। हरलाखी थाना क्षेत्र के हुर्राही गांव में रविवार को पुलिस छापेमारी के दौरान एक आम के बगीचे से बरामद हुई शराब मामले में गांव के ही प्रमोद यादव व रामउदगार यादव के विरुद्ध केस दर्ज होने के विरोध में ग्रामीणों ने अगले दिन विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने एक ग्रामीण की सूचना पर प्रमोद यादव के घर में भी छापेमारी की थी लेकिन घर से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। सोमवार को नाराज ग्रामीणों ने एकजुट होकर इस घटना का जमकर विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के ही अरुण यादव व सोभित राम ने साजिश रचकर प्रमोद यादव व रामउदगार यादव को फंसाने की कोशिश की। इससे पहले भी इस तरह की असामाजिक गतिविधि हो चुकी है। दरअसल पहले से ही दोनों पक्षों में आपसी रंजिश को लेकर गहरा विवाद चल रहा है। विवाद को लेकर थाने में पहले से केस भी दर्ज है।
इससे पूर्व भी पीड़ित पक्ष के घर मे आग लगा दी गई।दोनों पक्षों में पूर्व से चल रहे आपसी विवाद को लेकर बार बार गांव में छापेमारी व पुलिस कार्रवाई से दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण प्रह्लाद यादव रामपुकार यादव आशा देवी विशुन मंडल लक्ष्मण यादव पुकारी देवीसिया देवी बसो देवी संगीता देवी व माधुरी मंडल सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि अरुण यादव ने पहले पुलिस पुलिस को सूचना दी कि प्रमोद यादव अपने घर मे शराब रखकर कारोबार करता है। सूचना के आधार पर पुलिस नेप्रमोद यादव के घर मे छापेमारी की लेकिन घर से कुछ बरामद नहीं हुआ है। फिर पुलिस को सूचना दी गई कि गांव के पास वाले आम के बगीचे में पुआल में शराब रखा हुआ है। पुलिस ने वहां से शराब बरामद की और सूचनादेने वाले के कहने पर प्रमोद यादव व रामउदगार को केस में आरोपी बना दिया। इस घटना से नाराज लोगों का कहना है कि दोनों आरोपी निर्दोष है जिसे आपसी रंजिश के तहत फंसाया गया है। इस संबंध में लोगों ने एकसामूहिक आवेदन लिखकर बेनीपट्टी एसडीपीओ को भेजने की बात कही है और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस बाबत बेनीपट्टी एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि मामले में पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है। जांचोंउपरांत मामला साफ हो जाएगा।
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