बिहारशरीफ से बड़ी खबर है। नालंदा जिले में छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले जिले के 35 स्कूलों के एचएम की लापरवाही का सबूत विभाग को मिल गया है।
अब वे सभी इसका अंजाम भुगतेंगे। इन स्कूलों के एचएम को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति परीक्षा नियंत्रक के आदेश की अवहेलना भारी पड़ गयी है।
परीक्षा नियंत्रक ने जिले के सभी स्कूलों को मैट्रिक परीक्षा के लिए फार्म भरने वाले अभ्यर्थियों का डम्मी एडमिट कार्ड अपलोड करने का आदेश दिया था लेकिन, इन स्कूलों ने न तो एडमिट कार्ड अपलोड किया और न ही छात्रों को दिया। इस कारण परीक्षा नियंत्रक ने सभी से जवाब-तलब किया है।
नियंत्रक ने पत्र में लिखा है कि मैट्रिक परीक्षा 2022 में शामिल होने के लिए ऑनलाइन कराए गए रजिस्ट्रेशन के आधार पर छात्रों का डम्मी एडमिट कार्ड 25 अक्टूबर तक वेबसाइट पर अपलोड रहेगा।
इसलिए निर्धारित तिथि तक उसे अपलोड कर एडमिट कार्ड में जो भी गलती हो उसे दुरुस्त करवा कर भेजें लेकिन, इन स्कूलों ने विभाग के आदेश की अवहेलना की। आदेश पत्र में दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है। साथ ही यह भी बताएंगे कि क्यों नहीं इस गल्ती के कारण आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की जाए।
शोकाॅज पूछे जाने वालों में विद्यालय प्रोजेक्ट गर्ल्स सरमेरा, आरबी नालंदा, चन्द्रवती लोहन्डा, केके नवडीहा, एनकेएस चिकसौरा, कचहरिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय इसुआ गिरियक, महानंदपुर राणा बिगहा, परवलपुर का उत्क्रमित मध्य विद्यालय चौसंडा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेन, उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय बड़ाकर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामगंज
बेन, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुरैनी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय ममूराबाद, जैदपुर थरथरी, उपग्रेड हाई स्कूल अंदी, गिलानी, नीरपुर, बढ़ौना, हसनी प्राणचक, माधोपुर, बेलधना, केशोपुर, लोहरा, गोखुलमठ, दैली, बड़ी घोसी, नडवार, संडा, बामपुर, मेयार, कथौली, विजयपुरा, भूई व छोटी छरियारी आदि शामिल हैं|