नवादा। कोरोना महामारी काल में मौत के भय के बावजूद आस्था भारी पड़ी । यही वजह रही कि चैती छठ के अवसर पर बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी ।जिससे कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ती नजर आई । सरकार से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार चौक चौराहों पर माइक से घोषणा कर रहे हैं कि भीड़ ना लगाएं ।
छठ त्यौहार को अपने-अपने घरों में मनाए । सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ ना लगाए ।बावजूद भारी संख्या में कोरोना महामारी की परवाह किए बगैर रविवार को नवादा नगर में भीड़ उमड़ पड़ी है। लोग छठ व्रत के लिए खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। नवादा की सड़कें भीड़ से पटी है। भीड़ से बचना ही जीवन की सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है लेकिन आस्था के वजह से समाज के लोग कोरोना नियमों को धत्ता बताकर भीड़ की शक्ल में बाजारों में उमड़ पड़े हैं।
नालंदा जिला में कोरोना अब कहर बनकर टूटने लगा है । कोरोना की वजह से नालंदा जिला में रविवार को तीन लोगों की मौत हो गई है। जिसमें एक बीडीओ भी शामिल हैं। इसके अलावा आज 156 नए मरीज मिले हैं । बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में नालंदा जिले के नूरसराय के प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल चंद्रा की कोरोना से मौत हो गयी ह। एक हफ्ते पहले ही वे कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
राहुल चंद्रा साल 2013 के बीपीएससी 53 वीं बैच के अधिकारी थे। राहुल चंद्रा की पत्नी बैंक में अधिकारी हैं।नूरसराय के बीडीओ के अलावा दो और लोगों की आज कोरोना से मौत हो गई है। जिसमें मानपुर थाना क्षेत्र के नेबाजी बिगहा गांव की रहने वाली 45 साल की कांति देवी शामिल हैं। कांति देवी इलाज के लिए पावापुरी के विम्स अस्पताल में भर्ती थीं। इसके अलावा हरनौत प्रखंड के रुपसपुर गांव के रहने वाले 55 साल के कुकु सिंह की मौत हो गई। उनका इलाज पटना में चल रहा था।
नालंदा जिला में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 156 नए मरीज मिले हैं। जिसमें नूरसराय अस्पताल के एक डॉक्टर भी शामिल हैं। नालंदा में सबसे ज्यादा कोरोना के नए मरीज हिलसा में मिले हैं। हिलसा में आज 25 लोग संक्रमित मिले हैं । इसके साथ ही जिले में कोरोना के एक्टिव रोगियों की संख्या 582 हो गयी है।