Muzaffarpur Court में तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी पर परिवाद दायर हुआ है जहां मुज़फ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी, वीआईपी के नेता संतोष निषाद और राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। ऐसा, भारतीय सार्थक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता सुधीर ओझा ने गुरुवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में परिवाद दायर किया है।
Bihar News| Muzaffarpur Court News | कोर्ट में अगली सुनवाई 27 अप्रैल को
इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, वीआईपी संरक्षक मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी सहित चार-पांच अज्ञात को आरोपी बनाया है। अधिवक्ता ने बताया कि कोर्ट में अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी। परिवाद में बताया है कि भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से उनकी पार्टी को नाव चुनाव चिह्न आवंटित की गई है। यह पूर्व में वीआईपी का चुनाव चिह्न हुआ करता था।
Bihar News|Muzaffarpur Court News | BSP का दावा है कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी
जानकारी के अनुसार, मुज़फ्फरपुर के चर्चित अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने एक राजनीतिक पार्टी बनाई है, जिसका नाम है भारत सार्थक पार्टी (BSP)। सुधीर कुमार ओझा का दावा है कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को नाव छाप चुनाव चिन्ह के रूप में आवंटित किया है। अधिवक्ता का आरोप है कि जमुई लोकसभा क्षेत्र के शेखपुरा में तेजस्वी यादव और मुकेश साहनी ने जो सभा की उसमे मंच के ऊपर नाव चुनाव चिन्ह लगा हुआ था।
Bihar News| Muzaffarpur Court News | नाव छाप का गलत दुरुपयोग
वादी अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने आपराधिक मुकदमा दर्ज कराते हुए मुकेश सहनी पर उनकी पार्टी ‘भारत सार्थक पार्टी’ का चुनाव चिन्ह नाव छाप का गलत दुरुपयोग करने और छाप को वापस करने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है। साथ ही मुकेश सहनी की पार्टी के रजिस्ट्रेशन को रद करने की भी मांग की है। अब 27 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई होगी।
Bihar News |Muzaffarpur Court News | खुलेआम प्रचारित-प्रसारित
मुकेश सहनी की ओर से परिवादी और गवाह के साथ लगातार संपर्क कर चुनाव चिह्न वापस करने का दवाब-प्रलोभन दे रहे थे। इनकार किये जाने के बाद मुकेश सहनी और संतोष सहनी महागठबंधन से तालमेल कर लोकसभा की तीन सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। महागठबंधन के सभी सीटों पर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इसी क्रम में सभी आरोपित जानबूझ कर साजिश व षडयंत्र के तहत जालसाजी, फर्जीवाड़ा कर परिवादी की पार्टी को आवंटित चुनाव चिह्न का दुरूपयोग कर खुलेआम प्रचारित-प्रसारित कर रहे हैं।