जाले में जीविकोपार्जन गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए जीविका जाले की ओर से मधु जीविका महिला शहद उत्पादक समूह से जुड़ी हुई 15 जीविका सदस्यों के बीच कुल 150 मधुमक्खी बक्से का वितरण किया गया।
स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र जाले के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक अमित कुमार चौधरी की ओर से इस मधुमक्खी बॉक्स को संयुक्त रूप से महिलाओं के बीच वितरित किया (beekeeping will improve economic condition) गया।
इस अवसर पर वैज्ञानिक डॉ.दिव्यांशु शेखर ने बताया कि मधुमक्खी पालन जीविकोपार्जन का बेहतर विकल्प है, जिससे कि ग्रामीण युवा युवती स्वरोजगार के साथ-साथ अन्य के लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा सकते हैं।
उन्होंने जीविका सदस्यों के आमदनी बढ़ाने के लिए इसे एक बहुत ही बेहतर पहल बताया। इस अवसर पर उनके द्वारा मधुमक्खी पालन के बारे में जानकारी उपस्थित सदस्यों को दिया गया।
उन्होंने बताया की मधुमक्खी पालन से ना केवल हमें शहद प्राप्त होता है बल्कि वह अन्य फसलों की उत्पादकता में भी वृद्धि करता है। मौके पर मधुमक्खी के लिए प्राकृतिक भोजन उपलब्ध नहीं रहने की स्थिति में वैकल्पिक भोजन की जानकारी विस्तार पूर्वक दिया गया।
मौके पर बीपीएम जीविका अमित कुमार ने कहा कि समुदाय स्तर पर प्रथम सामूहिक प्रयास के तहत जीविकोपार्जन गतिविधि को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने उत्पादक समूह से जुड़ी हुई सभी सदस्यों से पूरे मनोयोग से इस गतिविधि को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। मधु उत्पादन कर अपने परिवार की आमदनी को दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ाने को कहा।
उन्होंने इस गतिविधि में हर संभव सहायता जीविका टीम एवं कृषि विज्ञान केंद्र से प्रदान करने का भरोसा दिलाया! इस मौके पर क्षेत्रीय समन्वयक विपिन कुमार सोफिया हुसैन, नोडल कर्मी सुदीप कुमार, सदस्य मंजू देवी, अनीता देवी, वंदना देवी, नविता देवी, कौशल्या देवी आदि उपस्थित थे