

बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। प्रखंड के हॉस्पिटल चौक स्थित राजेंद्र सरस्वती शिशु मंदिर, बिरौल के प्रांगण में महान वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई जयंती (Maharani Laxmibai remembered the great heroine) समारोह मनाया गया।
इस दौरान शिशु मंदिर के शिक्षक-शिक्षिका, भैया बहनों एवं अन्य आगंतुकों की ओर से लक्ष्मी बाई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कक्षा तृतीय से अष्टम के भैया बहनों ने खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी के साथ महारानी लक्ष्मीबाई जीवन पर प्रकाश डाला तथा वीर रस की कविता का सस्वर वाचन किया।
प्रतिभागी भैया बहनों में प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त शिशु वर्ग एवं बाल वर्ग के भैया बहनों को विद्यालय की ओर से पुरस्कृत किया गया। वंदे मातरम् के पश्चात कार्यक्रम की समाप्ति की गई।
इससे पूर्व प्रधानाचार्य भरत कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई से हमें संघर्षशील एवं विपत्तियों का डटकर मुकाबला करते हुए आगे बढ़ने की सीख मिली है।उन्होंने कहा कि कदम निरंतर चलते जिनके श्रम जिनका अविराम है विजय सुनिश्चित होती उनकी घोषित यह परिणाम है।
आचार्य राजीव रंजन ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई जिन्हें मनु छबीली के नाम से भी बचपन में जाना जाता है ,वह एक विलक्षण प्रतिभा की बालिका रही है। बालकाल से ही वे धार्मिक आज्ञाकारी एवं राष्ट्र प्रेमी रही है। हमें भी उनके तरह बनना चाहिए। जिससे कि अपने समाज,राष्ट्र का कल्याण कर सकें! यही विद्या भारती का भी लक्ष्य है।मौके पर शिशु मंदिर परिवार के सदस्यों के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई स्वयं सेवक मौजूद थे।








